पहले तो तकरार हुआ
फ़िर जा के इजहार हुआ ।
चोरी-छिपे जो शुरू हुआ था,
अब तो वह अखबार हुआ ।
जिससे डरते थे हम दोनों,
वही तो आख़िर कार हुआ ।
मेरी मोहबत्त की बातो से,
रुसवा पूरा परिवार हुआ ।
अब तक जो मेरा था केवल,
उस दिल पे तेरा अधिकार हुआ ।
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