ONLINE HINDI JOURNAL
Showing posts with label
ये हिन्दुस्तान की रवायत है यारों
.
Show all posts
Showing posts with label
ये हिन्दुस्तान की रवायत है यारों
.
Show all posts
Wednesday, 6 April 2011
ये हिन्दुस्तान की रवायत है यारों,
तेरी यादों की चादर तान कर सोते हैं,
बेवफा तुझे मानकर रोते हैं.
मोहबत्त के अंजाम से वाकिफ थे हम,
मोल खतरे कुछ जानकर लेते हैं.
ये हिन्दुस्तान की रवायत है यारों,
हम दुश्मन को भी माफ़ कर देते हैं.
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
राज कपूर शताब्दी वर्ष में एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद संपन्न
अमरकांत की कहानी -डिप्टी कलक्टरी
अमरकांत की कहानी -डिप्टी कलक्टरी :- 'डिप्टी कलक्टरी` अमरकांत की प्रमुख कहानियों में से एक है। अमरकांत स्वयं इस कहानी के बार...
अमरकांत की कहानी -जिन्दगी और जोक :
अमरकांत की कहानी -जिन्दगी और जोक : 'जिंदगी और जोक` रजुआ नाम एक भिखमंगे व्यक्ति की कहानी है। जिसे लेखक ने मुहल्ले में आते-ज...