इनसे ही पूरा सारा हिसाब
प्यार -मोहब्बत और शराब ।
जिसने इन्हे बनाया है ,
उसी को मेरा है आदाब ।
छोड़ दिया उस घर को ही ,
जहा थे देते सभी रुबाब ।
कहने को सब कहते हैं ,
आदत हो गई मेरी ख़राब ।
ग़लत सवालों के बदले ,
कैसे देता कोई जवाब ।
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