Showing posts with label हिंदी शायरी .उम्मीद. Show all posts
Showing posts with label हिंदी शायरी .उम्मीद. Show all posts

Thursday, 8 April 2010

उम्मीदे वफ़ा है की तू मिल जाये

उम्मीदे वफ़ा है की तू मिल जाये ,

यादों का फलसफा है की तू मिल जाये ;

.

.

वर्षों का इंतजार लाजमी है की निराशा छाये ;

मेरे जनाजे को यकीं है तू मिल जाये /

.

.

लास्लो क्रास्नाहोर्काई : 2025 के नोबेल पुरस्कार विजेता हंगेरियाई लेखक

 लास्लो क्रास्नाहोर्काई : 2025 के नोबेल पुरस्कार विजेता हंगेरियाई लेखक  बीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में जब विश्व साहित्य ने उत्तर-आधुनिक य...