Showing posts with label जिसमे तुम्हारी याद ना हो. Show all posts
Showing posts with label जिसमे तुम्हारी याद ना हो. Show all posts

Wednesday, 2 June 2010

जिसमे तुम्हारी याद ना हो,

जिसमे तुम्हारी याद ना हो,
 ऐसा कोई पल मेरे पास नहीं है .
 
 जिसमे तेरी महक शामिल ना हो,
 मेरी ऐसी कोई सांस नहीं है .
 
 चाहूँ किसी और को मैं लेकिन,
 किसी में तेरी वाली बात नहीं है .

 दूर कितना भी चली जाओ तुम ,
 मुझे भुला पाना आसान नहीं है .
 

अमरकांत : जन्म शताब्दी वर्ष

          अमरकांत : जन्म शताब्दी वर्ष डॉ. मनीष कुमार मिश्रा प्रभारी – हिन्दी विभाग के एम अग्रवाल कॉलेज , कल्याण पश्चिम महार...