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Monday, 30 March 2009

क्या -क्या किया जवानी मे -----------------------------

पूछो ना क्या क्या किया जवानी मे
नदी थे ,सो बह गये थे रवानी मे

हम तो शांत झील की तरह थे
आग तुम्ही ने लगा दी पानी मे

मेहमान से आये थे ,चले गये
करके इजाफा हमारे खर्चे मे

वो तो खुशबू थे ,बिखर गये
पड़ गये हम तो परेशानी मे

इश्क करना कब था हमे
हो गया यह काम नादानी मे