सोचता हूँ कि आखिर प्यार पे इतनी पैनी नजर क्यों होती है ।
इच्छाओं के बीच इतने नियम कहाँ से आ जाते हैं ?
अनुराग को व्यभिचार की चार दिवारी क्यों दे दी जाती है ?
एक जन्म बमुश्किल निभा पानेवाले ,
सात जन्मों की कसम कैसे खा लेते हैं ?
सम्बन्धों का समीकरण प्रेम से ज्यादा ,
खोखली समाजिकता का मोहताज क्यों है ?
इच्छाओं के बीच इतने नियम कहाँ से आ जाते हैं ?
अनुराग को व्यभिचार की चार दिवारी क्यों दे दी जाती है ?
एक जन्म बमुश्किल निभा पानेवाले ,
सात जन्मों की कसम कैसे खा लेते हैं ?
सम्बन्धों का समीकरण प्रेम से ज्यादा ,
खोखली समाजिकता का मोहताज क्यों है ?