आहत मन को प्यार से जीतो ,
जजबातों को भाव से जीतो ;
कठिन समय को सब्र से जीतो ,
जीवन को तुम कर्म से जीतो /
दुविधावों को धर्म से परखो ,
रिश्तों को तुम मर्म से परखो ;
अभावों से जूझना सीखो ;
खुद पे तुम हँसना सीखो /
राहें तेरी राह तकेंगी ,
मंजिल तेरा मान करेगी ,
कठिनाई में अपनो को जीतो ,
अच्छाई में सबको पूंछों /
करुणा मत खोना तुम कभी ,
अभिमान सजोना ना तुम कभी ;
नम्रता गुण है अच्छायी का ;
झुकना आभूषण है ऊँचाई का /
अपने मन पे राज करो तुम ,
माया पे अधिकार करो तुम ;
सत से ना तुम पीछे हटना ;
ना अपना ना दूजा तू करना /