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Tuesday, 9 April 2013

धूमिल








अगर जिन्दा रह्ने के पीछे 






कोई सही तर्क नही है तो राम नामी बेच कर




या रंडियो की दलाली कर के



जिन्दा रह्ने मे




कोई फ़र्क नहीं है।



धुमिल- मोचीरम

International conference on Raj Kapoor at Tashkent

  लाल बहादुर शास्त्री भारतीय संस्कृति केंद्र ( भारतीय दूतावास, ताशकंद, उज्बेकिस्तान ) एवं ताशकंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ ओरिएंटल स्टडीज़ ( ताशकं...