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Saturday, 24 December 2011

तुझसे क्या पूंछु दिल के अहसासों की बात है ये

तुझसे  क्या  पूंछु दिल  के  अहसासों  की  बात  है  ये  ,
अँधेरी  रातों  में  आभासों  की  बात  है  ये  ,
अच्छाइयों  के  नाम  पे  तेरी  अच्छाइयां  खो  गयी  मुमकिन  ,
नफरतों  का  साथ  कैसा  मोहब्बत  की  बात  है  ये  /

Thursday, 15 December 2011

जज्बातों को जब्त किये जाता हूँ ,

जज्बातों  को जब्त किये जाता हूँ ,
स्याह रातों को सर्द किये जाता हूँ ,
मगरूर हो महरूफ हो मुकद्दर की तरह ,
तेरी रवायतों को तर्क  दिए जाता हूँ ,
बेवफा हो नहीं वफ़ा ना कर सके तुम ,
तेरी उलझनों को अर्थ दिए जाता हूँ ,
मोहब्बत को कमजोरी समझ बैठे हो ,
चाहत को खुदा को अर्ध्य किये जाता हूँ /


Thursday, 21 October 2010

ढूंढ़ रहे हैं अहसास उन अहसासों की गरिमा को ,

ढूंढ़ रहे हैं अहसास उन अहसासों की गरिमा को ,
तड़प रही है मेरी प्यास प्यास तेरी गरिमा को ,

दिल उद्विग्न मन आच्छादित काली घटा के साये से ,
विरह वेदना विचलित बंधन गुह्य प्यार क्रंदित तन से
असमंजित भाव विकल ध्यान अनुसंशित सामाजिक मानो से
दृग से आंसू धड़कन कम्पित विपन्न बना मन आशों से

ढूंढ़ रहे हैं अहसास उन अहसासों की गरिमा को ,

तड़प रही है मेरी प्यास प्यास तेरी गरिमा को ,





Thursday, 23 September 2010

अबूझ पहेली मत बनना ,

अबूझ पहेली मत बनना ,
गूढ़ पहेली मत बनना
चंद कदम चलकर साथ मेरे
अनजान सहेली मत बनना

लब अमृत सा पिया था
हाथों में हाथ रखा था
सीने से लग मुस्काए
अभिमान सहेली मत बनना
अनजान सहेली मत बनना
चंद कदम चल साथ मेरे
अबूझ पहेली मत बनना

जीवन को महकाया था तूने
सांसे गहरी करवाया था तूने
राहों को हंसी से चहकाया था तूने
मंजिल कटीली ना करना तुम
आहों में अविश्वास ना भरना तुम
साथ रहो ना रहो मगर
प्यार नहीं ना कहना तुम

अभिमान सहेली मत बनना
अनजान सहेली मत बनना
चंद कदम चल साथ मेरे
अबूझ पहेली मत बनना

अबूझ पहेली मत बनना ,

गूढ़ पहेली मत बनना
चंद कदम चलकर साथ मेरे
अनजान सहेली मत बनना

Saturday, 4 September 2010

शबाब तेरे हुश्न का और वो अदा

शबाब  तेरे हुश्न का और वो अदा
शरारत कजरारी आखों में और चेहरे पे हया  
भरपूर जवानी खिली हुई और सादगी की क़ज़ा
लूटना ही था दिल को न था मै खुदा

क्या कहा उन आखों ने
क्या सुना मुस्कराहट की बातों में
क्या कह गयी हवा तेरा बदन छू के जों आई थी
क्या शमा महकी या मेरी हसरतें बेकाबू  थी


तेरी खनकती आवाज में कुछ जादू था
तेरी हर अदा कातिल औ तू ही मेरा साहिल था
ख़ामोशी तेरी बयाँ कर रही थी किस्से कितने
मै भी मशगूल था उसमे और बन रहे थे सपने











Monday, 9 August 2010

भाव बहुत हैं दिल में तेरे

भाव बहुत हैं दिल में तेरे
                    नाम है किनके ना जानी
छलके हैं तेरे दिल के प्याले
                   भाग्य थे किनके ना जानी
वर्षा का मौसम रिमझिम बारिश 
                  पास नदी और प्यासा मै 
तट पर प्यासा मै बैठा 
                  नैया किसकी पार हुई ना जानी  


रात तूफानी विकल अँधेरा 
                      साथ तेरे  था किसी का घेरा 
 आवाजों में कसक बहुत थी
                     हंसी में तेरी खनक बहुत थी
किनके संग वो लम्हे बांटे
                     साया था मै तेरा पर ना जानी
सुबह विहंगम चेहरे पे खुशियाँ औ गम
                    क्या खोया क्या पाया तुने ना समझा ना जानी


तुझमे दुविधावों का मंजर पाया
                           थमा हुआ समंदर पाया
आखों में खुशियों का रेला
                          दिल में मचा बवंडर पाया


आगे बढ तुझे थाम भी लेता
                             अपनापन और मान भी देता
साया बन तुझे छावं भी देता
                            अपने ख्वाबों को तेरा नाम भी देता
पर हर पल बदले फितरत तेरी 
                           कब बने प्यार कब नफ़रत तेरी 
कैसे मैं सम्मान को देता 
                           कैसे अपने ईमान को देता

Saturday, 7 August 2010

वक़्त मिले चाहत कहे तो आवाज दे देना

वक़्त मिले चाहत कहे तो आवाज दे देना
अपनापन,अतरंगता  मोहब्बत साथ दे देना

अपना कहने का अधिकार दे देना 
बाँहों में भर सीने में सिमट प्यार दे देना 
लबों को लबों का साथ दे देना 
मेरी जिंदगानी को कोई सार दे देना  

वक़्त मिले चाहत कहे तो आवाज दे देना
अपनापन,अतरंगता मोहब्बत साथ दे देना


बड़ा शौक था तेरी चाहत का

बड़ा शौक था तेरी चाहत  का
इक  जूनून था तेरी मोहब्बत  का 
खुद को न्योछावर करता तेरे  एक इशारे पे
पर तुझे यकीं  नहीं था मेरी शहादत  का









Tuesday, 3 August 2010

मोहब्बत न सही कोई तकरार तो दे दे

मोहब्बत न सही कोई तकरार तो दे दे 
दे सके तो मेरे सपनों को कोई आकार तो दे दे  
चाहत नहीं बची किसी चाह की कोई
मेरे बिखरे वजूद को कोई राह तो दे दे

सूखे ख्वाबों का पेड़ हूँ हरियाली के आँगन में

दे सके तो आहों की राख तो दे दे
जिंदगी बिताने को एक आस है बहुत
मेरी मोहब्बत को कोई विचार तो दे दे

गुजर रही तेरी जिंदगी बड़े सुखो  आराम से
इस जन्म का न सही अगले जन्म का होंकार तो दे दे
मोहब्बत न सही कोई तकरार तो दे दे
मेरे बिखरे वजूद को कोई राह तो दे दे