छोड़ो भी कि अब, मैं ऊब सा गया हूँ
तुम्हें मनाने में ख़ुद से रूठ सा गया हूँ ।
तुम्हें मनाने में ख़ुद से रूठ सा गया हूँ ।
✦ शोध आलेख “ताशकंद – एक शहर रहमतों का” : सांस्कृतिक संवाद और काव्य-दृष्टि का आलोचनात्मक अध्ययन लेखक : डॉ. मनीष कुमार मिश्र समीक्षक : डॉ शमा ...