मैंने सुना है क़ि-
जब कोई किसी को याद करता है तो,
आसमान से एक तारा टूट जाता है.
लेकिन अब मुझे इस बात पर,
यंकीं बिलकुल भी नहीं है क्योंकि -
अगर सच में ऐसा होता तो ,
अब तक सारे तारे टूटकर,
जमीन पर आ गए होते.
आखिर इतना तो याद,
मैंने तुम्हे किया ही है .
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Thursday, 1 April 2010
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