Showing posts with label valentine days hindi poem. Show all posts
Showing posts with label valentine days hindi poem. Show all posts

Sunday 13 February 2011

जब खुद के ही कातिल हो गए /Saint Valentine's Day






             जब खुद के  ही कातिल हो गए 
           मकाम सारे मुझे हासिल हो गए 

       तू  सबसे   हसीन    सपना   था  मेरा  
      अफ़सोस! दुनियादारी  में  गाफिल  हो गए 

तेरा  प्यार  था  स्नेह  के   समंदर जैसा 
   तेरे  बाद  तो  रेतीला  साहिल  हो गए 

तेरी  बातें , तेरी  जुल्फें ,तेरी   यादें  सनम 
इनमे  इतना   उलझे  क़ी   जाहिल  हो गए   

आज  फिर  जब  वलेंटाइन  डे  है  
हम  तेरी  यादों  से  बोझिल  हो गए .  
-- 

उज़्बेकी कोक समसा / समोसा

 यह है कोक समसा/ समोसा। इसमें हरी सब्जी भरी होती है और इसे तंदूर में सेकते हैं। मसाला और मिर्च बिलकुल नहीं होता, इसलिए मैंने शेंगदाने और मिर...