***औरत का नंगा जिस्म *********************
शायद ही कोई इस दुनिया में हो ,
जिसे औरत का जिस्म आकर्षित न करता हो .
अगर सारे आवरण हटा कर कहू तो,
औरत का जिस्म हर कोई चाहता है .
औरत से जादा हमेशा ही ,
औरत का नंगा जिस्म ,
पसंद किया जाता रहा .
उसकी लाज, हया ,शर्म ,
सब को तार-तार करके भी,
देखने को,जानने को हर कोई लालायित रहा .
फिर अगर कभी औरत खुलेआम आई तो ,
वह -वेश्या,कुलटा ,पतिता -----------------
ना जाने कितने विशेषण उसे मिल गए.
दरसल आदमी ,
अपना शिकार नोचना भी चाहता है और,
आचरण का दिखावा भी करना चाहता है.
उसने औरत के जिस्म का सौन्दय तो देखा ,
लेकिन उसके मन तक नहीं पहुँच सका .
आज भी हालत कुछ ऐसे ही हैं
जैसे हमेशा से रहे हैं ---------
जैसे हमेशा ही रहेंगे -----------------
औरत का जिस्म ---------------------
Showing posts with label औरत का नंगा जिस्म. Show all posts
Showing posts with label औरत का नंगा जिस्म. Show all posts
Friday, 11 December 2009
Subscribe to:
Posts (Atom)
डॉ मनीष कुमार मिश्रा अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सेवी सम्मान 2025 से सम्मानित
डॉ मनीष कुमार मिश्रा अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सेवी सम्मान 2025 से सम्मानित दिनांक 16 जनवरी 2025 को ताशकंद स्टेट युनिवर्सिटी ऑफ ओरिएंटल स्टडीज ...
-
अमरकांत की कहानी -डिप्टी कलक्टरी :- 'डिप्टी कलक्टरी` अमरकांत की प्रमुख कहानियों में से एक है। अमरकांत स्वयं इस कहानी के बार...
-
कथाकार अमरकांत : संवेदना और शिल्प कथाकार अमरकांत पर शोध प्रबंध अध्याय - 1 क) अमरकांत : संक्षिप्त जीवन वृत्त ...