जगमगाते दिए उजाले का मौसम
झिलमिलाती ये रातें फुलझरियों की सरगम
गुंजन फटाकों की हँसता हुआ बचपन
ये दिवाली की रातें ये दिवाली का मौसम
रंगोली के रंग है दिल का उजाला
मिठाई की लज्जत खिलखिलाती हुई आशा
रिश्तों की डोरे मिलने की भाषा
ये दिवाली की रातें दिवाली की आशा
कोई कपडे ख़रीदे कोई गहने चुने है
कोई चांदी पे रुकता कोई सोना धरे है
कोई गाँव को है निकला कोई दुनिया घुमे है
ये दिवाली का मौसम ये दिवाली के दिन है
छुरछुरी की जलना अनारो का खिलना
खिलखिलाते है बचपन बुड़ापे का हँसना
आनंदित है घर जलते दिए हैं
ये दिवाली की रातें उल्लाषित किये है
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Saturday, 6 November 2010
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