हर बात में वही बात जताते हैं
खुल के पूछो तो इठलाते हैं ।
किसी और से नही पर ,
मेरे आगे खूब इतराते हैं ।
मैने पूछा प्यार के बारे में,
वो हैं की बस बहकाते हैं ।
मन जो सुनना चाहता है,
उसी बात को सुन शर्माते हैं ।
कभी-कभी नाराज होता हूँ क्योंकि,
VO BADAY HI PYAAR SAY MANAATAY HAIN ।
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Thursday, 16 April 2009
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