उम्मीदे वफ़ा है की तू मिल जाये ,
यादों का फलसफा है की तू मिल जाये ;
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वर्षों का इंतजार लाजमी है की निराशा छाये ;
मेरे जनाजे को यकीं है तू मिल जाये /
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उम्मीदे वफ़ा है की तू मिल जाये ,
यादों का फलसफा है की तू मिल जाये ;
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वर्षों का इंतजार लाजमी है की निराशा छाये ;
मेरे जनाजे को यकीं है तू मिल जाये /
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भगवान कृष्ण ने भगवद्गीता (अध्याय 9, श्लोक 22) में "योग" शब्द के माध्यम से अध्यात्म की परिभाषा दी है। यह श्लोक इस प्रकार है— अनन्य...
fation ki maar dekho kapda uda hai tan se' makeup se tan dhaka hai khushboo ude badan se
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