अजीब रिश्ता है हमारा ,
कोई नाता भी नही है ;
है मोहब्बत वो कहता भी नही है ;
बिना मिले चल जाए ऐसा भी नही है ।
बातों में सहमति कभी हो नही पाती ,उनपे हो अंदेशा ऐसा भी नही है ;नजदीकी से गुरेज है हरदम ,मुझपे हो न भरोसा ऐसा भी नही है ;हर चीज पे ऐतराज है वो करते ,
मुझपे हो न ऐतबार ऐसा भी नही है ;
शिकायतों की सूचि होती नही है कम ,
मेरी करें बुराई ऐसा भी नही है ;
चन्द कदम साथ वो चल नही पाते ,कोई और हो साथी ऐसा भी नही है ;दूरियां मुझसे बर्दास्त नही होती ,सिर्फ़ मेरा हो जाए ऐसा भी नही है ; मेरी मौत पे आंसू का कतरा भी न निकला ,
दूसरा दिन हो देखा उसने ऐसा भी नही है /