मुख्तलिफ हवालों से ख़बर रखते हैं
तेरे चाहनेवाले तुझपर नज़र रखते हैं।
वो आते ही जाने की बात करते हैं
यूं मोहब्बत में बाकी कसर रखते हैं।
तुम कहो तो कहूं नाम सबके आगे
अरे इश्क में हम भी जिगर रखते हैं ।
मुझसे मिलने वो आयेगी यकीन है
प्यार में हम भी थोड़ा असर रखते हैं ।
मेरी गुजारिश को जादा हवा नहीं देते
हां कहते हैं किंतु अगर मगर रखते हैं ।
डॉ मनीष कुमार मिश्रा
कल्याण
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