अध्यात्मवाद और वैज्ञानिक अध्यात्मवाद में अंतर को समझने के लिए हमें पहले दोनों के अर्थों को स्पष्ट करना होगा। दोनों ही शब्द "अध्यात्म" (Spirit) से जुड़े हैं, पर इनके दृष्टिकोण और पद्धति में स्पष्ट भेद है।
1. अध्यात्मवाद (Spiritualism):
अर्थ: अध्यात्मवाद वह विचारधारा है जिसमें यह माना जाता है कि इस संसार के परे एक अदृश्य, सूक्ष्म, आत्मिक सत्ता है। आत्मा, परमात्मा, पुनर्जन्म, मोक्ष आदि इसकी प्रमुख अवधारणाएँ हैं। यह विश्वास आस्था, अनुभव और धार्मिक ग्रंथों के आधार पर होता है।
मुख्य विशेषताएँ:
आत्मा की अमरता में विश्वास
ईश्वर या परम सत्ता का अस्तित्व
जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति (मोक्ष) की अवधारणा
ध्यान, योग, साधना आदि माध्यमों से आत्म-साक्षात्कार का प्रयास
तर्क से अधिक आस्था और अनुभव पर आधारित
उदाहरण: वेद, उपनिषद, भगवद्गीता, बौद्ध और जैन दर्शन आदि।
2. वैज्ञानिक अध्यात्मवाद (Scientific Spiritualism):
अर्थ: वैज्ञानिक अध्यात्मवाद एक ऐसा दृष्टिकोण है जो आध्यात्मिक अनुभवों, सिद्धांतों और रहस्यों को वैज्ञानिक पद्धति से जाँचना और समझने का प्रयास करता है। इसमें किसी भी आध्यात्मिक विश्वास को बिना प्रमाण के स्वीकार नहीं किया जाता।
मुख्य विशेषताएँ:
तर्क, परीक्षण और अनुभवजन्य प्रमाणों पर आधारित
मन, मस्तिष्क, चेतना, ऊर्जा आदि को वैज्ञानिक तरीके से समझने की कोशिश
ध्यान, प्राणायाम, योग जैसी प्रक्रियाओं के मानसिक-शारीरिक प्रभावों का वैज्ञानिक विश्लेषण
किसी भी आध्यात्मिक सिद्धांत को अंधश्रद्धा के रूप में नहीं, बल्कि परीक्षण योग्य माना जाता है
क्वांटम भौतिकी, न्यूरोसाइंस और मनोविज्ञान जैसी आधुनिक शाखाओं से जुड़ाव
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