हवा थम गयी ,
सुबह हो गयी ,
फुल हसना भूले ,
जिंदगी गम हो गयी ;
अहसास सीने में खोये ,
सूरज की रोशनी में रोये ,
चांदनी पिघला गयी अरमानो को ,
यादें ले गयी मुस्कानों को /
हवा का झोका आया ,
उससे तड़प भिजवाया ,
फूलों की खुसबू से चाहत कहलवाया ,
सूरज से पैगाम मैंने भेजा था ,
तरसती चांदनी से इमान मैंने भेजा था ,
जवाब का इंतजार इतना भरी था ,
सांसों का चलने से इंकार मुझपे हावी था ,
आगे की कहानी तुम सुनाना ऐ दोस्त ,
मेरी अंतिम साँस पे भी तेरा नाम हावी था /
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