
आज २६/११ को पूरा एक साल हो गया है . इस हमले का जिन्दा पकड़ा गया आतंकवादी अजमल कसाब सरकारी दामाद बन कर अभी जिन्दा है . क्या आप को नहीं लगता कि उसे आज के दिन फांसी देकर हम अपने शहीदों को सच्ची श्रधांजलि दे सकेगें ?
***** शहीदों को हमारा सलाम ******
लास्लो क्रास्नाहोर्काई : 2025 के नोबेल पुरस्कार विजेता हंगेरियाई लेखक बीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में जब विश्व साहित्य ने उत्तर-आधुनिक य...
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