अक्स आखों से दिल में उतर गया ;
आंसू दिल का आखों से गुजर गया ;
तेरी अदावत का लुत्फ़ भी ले लेते लेकिन ;
न जाने क्यूँ तेरा दिल बाँहों में पिघल गया ;
तू गैर की है यकीं है मुझे ;
मुझे देख के तेरा आंसू निकल गया ;
तेरी मोहब्बत से गुरेज करूँ कैसे ;
मेरे पास आते ही तेरा अरमां मचल गया ;
क्या करूँ अपने भावों का मै ;
मेरा हर लम्हा तुझमे सिमट गया /
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