ONLINE HINDI JOURNAL
Monday, 21 June 2010
बदली जिंदगानी सपने नहीं बदले ,
बदली जिंदगानी सपने नहीं बदले ,
जो नहीं थे अपने वो अपने नहीं बदले ,
प्रिये तुने चाहा बहुत लेकिन ,
मैंने इश्क की रवायत नहीं बदले /
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