कौन जाने किसे किसकी मिल रही सज़ा है
जिसपर गिरी है गाज वो यूक्रेन और गाजा है।
इन सियासत के सितमगरों से पूछे तो कोई
बारूद के बवंडरवाली ये कौन सी फिज़ा है।
शहर के शहर खंडहर बनानेवालों बता दो
क्या सच में तुम्हें ज़रा भी खौफ ए कजा है।
मिसाइल से भला कब हल हुए हैं मसाइल
हजारों कत्ल हो जाएं यह किसकी रजा है।
तेल और हथियारों की सौदागिरी के वास्ते
इंसानियत का हो कत्ल इसमें कैसी मज़ा है।
डॉ मनीष कुमार मिश्रा
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