Friday, 30 December 2011

नए साल से कह दो कि











नए साल से कह दो कि-
वह बिलकुल तुम्हारी तरह हो ।
शोख, चंचल और मासूम ।
इतनी मुलायम और मख़मली,
जितना कि प्यार का हर सपना ।
और इतनी गर्म भी ,
जितनी की ज़िंदगी की सांसें ।

नए साल का रिश्ता उम्मीदों से वैसा ही हो,
जैसा कि हम दोनों का सालों से है।
नए साल की हर आहट,
तेरे कदमों की आहट सी हो ।

नए साल में सुलझना हर उलझन का ,
आसान हो उतना ही जितना कि -
तेरी रेशमी ज़ुल्फों का सवर जाना ।
तेरी आँखों में बसे हर मासूम सपने की तरह,
दुनिया बनती रहे ।
सजती रहे ।
सवरती रहे ।

काश कि आने वाला यह नया साल ,
तुम्हारी तरह प्यार से भरा हो ।
तुम्हारी तरह ही  खास हो ।
तुम्हारी तरह ही मुस्कुराता हुआ ,
ज़िंदगी को ज़िंदादिली से जिने का,
ख़ूबसूरत पैगाम हो ।
   

No comments:

Post a Comment

Share Your Views on this..

डॉ मनीष कुमार मिश्रा अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सेवी सम्मान 2025 से सम्मानित

 डॉ मनीष कुमार मिश्रा अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सेवी सम्मान 2025 से सम्मानित  दिनांक 16 जनवरी 2025 को ताशकंद स्टेट युनिवर्सिटी ऑफ ओरिएंटल स्टडीज ...