विरल विरल सा मन है मेरा,
ना गम ना खुशियों का फेरा ,
विरल विरल सा मन है मेरा,
विरक्त हूँ भावों से कुछ कुछ ,
विभक्त हूँ अभावों से कुछ कुछ ,
पर मन में संताप नहीं है ,
और हरियाली का भास नहीं है ;
बोझिल है हैं विचार भी मेरे ,
खाली खाली से हैं व्यवहार भी मेरे ,
विरल विरल सा मन है मेरा,
ना गम ना खुशियों का फेरा ,
विरल विरल सा मन है मेरा,
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