पग-पग दीप जलाए हम
पग-पग दीप जलाए हम .
सब को अपने गले लगाकर ,
सब से प्रीत बढायें हम .
ज्ञान का दीपक दुनिया में,
अन्धकार को दूर भगाए ,
इसीलिए एक ज्ञान कि गंगा,
आओ मिल के बहायें हम .
सारी दुनिया अपना घर,
सभी हैं अपने भाई-बंधू .
घर-घर में सन्देश यही ,
आओ मिल के पहुंचायें हम .
आपस के सब बैर भुला कर,
स्वर्णिम नया विहान करे .
मिल कर एक साथ हम,
आओ नई शुरुवात करे .
मानवता के बनकर दूत ,
प्रेम भाव का विगुल बजायें .
इस दीवाली आओ हम,
ऐसा कुछ तो काम करे .
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
हिन्दी सिनेमा की वैश्विक लोकप्रियता और राज कपूर
राज कपूर शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में लाल बहादुर शास्त्री संस्कृति केंद्र, भारतीय दूतावास, ताशकंद,उज़्बेकिस्तान एवं ताशकंद स्टेट युनिवर्सिट...
-
अमरकांत की कहानी -डिप्टी कलक्टरी :- 'डिप्टी कलक्टरी` अमरकांत की प्रमुख कहानियों में से एक है। अमरकांत स्वयं इस कहानी के बार...
-
अमरकांत की कहानी -जिन्दगी और जोक : 'जिंदगी और जोक` रजुआ नाम एक भिखमंगे व्यक्ति की कहानी है। जिसे लेखक ने मुहल्ले में आते-ज...
No comments:
Post a Comment
Share Your Views on this..