बात नही करते तो क्या हम भूल गए ,
पैगाम नही कहते तो क्या सम्बन्ध छुट गए ;
तुझे खुशियाँ मेरी रास ना आई ,
तो गम के रिश्ते क्या टूट गए ;
भावों को तुने बदला ,
तो क्या मेरे अरमान सूख गए /
धरती ने नियती नही बदली ,
आसमान ने सीरत नही बदली ;
हवा ने बदला नही बहना,
सांसों ने बदला नही चलना ;
मै कैसे अपने प्यार को बदलूं ,
कैसे जीवन के आधार को बदलूं ;
हट नही ये सच्चाई है ,
तेरा प्यार मेरी खुदाई है ;
कैसे मैं भगवान को बदलूं ,
कैसे मै जज्बात को बदलूं ;
मै तुच्छ सही पर ये भी सच है ;
तेरी मोहब्बत मेरा रब है ;
रब की कैसे चाह मै बदलूं ,
कैसे मैं अभिप्राय को बदलूं ?
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