गुरु को समर्पित
तेरी स्तुति में मन लीन रहे ,
तेरी महिमा में तल्लीन रहे ;
तेरी आभा का गुडगान करे ,
हर पल तेरा ध्यान करे ;
तू सर्वज्ञ , तू सर्वदा ,
तू संवाद तू संवेदना ;
तू ही कारन तू ही कर्ता ,
तू ही है सब कर्ता धर्ता ; तू ही सांसे ,
तू ही जीवन ,तू ही है जीवन का प्रकरण ;
तू ही शिव है तू ही शक्ति ,
तू ही है मेरी भक्ती ;
गान करूँ गुडगान करूँ ,हर पल तेरा ध्यान करूँ ;
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