कभी-कभी
कई परेशानियों
के बीच
उलझते-
उलझते
थक जाने
पर
लगभग हार
जाने पर
बेचैन हो
जाने पर
तुमसे बात
कर लेना भर
भर देता
है मुझे फ़िर
नए आत्मविश्वास
नई ऊर्जा
और
नए संकल्प
से
तुम
जैसे बन
जाती हो
मेरे लिए
संजीवनी ।
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