Monday, 31 August 2015

बनारस साधारण तरीके का असाधारण शहर

बनारस
साधारण तरीके का
असाधारण शहर है ।
यहाँ रहना
रहकर रमना
और रमकर बसना
इसे अनुभूत करने के लिये जरूरी है ।
बनारसीपना
एक जीवन शैली है
जिसे जानने के लिए
इसका हिस्सा होना होगा
इसे जीना होगा ।
बनारस
अनुभूति का विषय है
अध्ययन से कंही अधिक
स्वाध्याय का ।
यह एक टकसाल है
व्यक्ति चित्त के चैतन्य का
आनंद के मर्म का
धर्म के दर्शन का
इन सबसे अधिक
जीवन के प्रति सकारात्मक
संकल्प शक्ति का ।
यह जीवन शक्ति की
आराधना का केंद्र है ।
यह बनारस
सहस्त्रों शताब्दियों से
यूँ ही पूज्यनीय नहीं रहा
इसने संजोये रखा है
आज भी
परा अपरा के बीच
कर्म की उत्सवधर्मिता को ।


No comments:

Post a Comment

Share Your Views on this..

International conference on Raj Kapoor at Tashkent

  लाल बहादुर शास्त्री भारतीय संस्कृति केंद्र ( भारतीय दूतावास, ताशकंद, उज्बेकिस्तान ) एवं ताशकंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ ओरिएंटल स्टडीज़ ( ताशकं...