तुम मेरे पास हो ऐसे
कि गोया
अमानत हो जैसे कोई ।
कभी बिगड़ने कि
सोचता भी हूँ तो
तुम कह देती हो कि -
बहुत भरोसा है तुम पर ।
तुम्हारे इस भरोसे ने
मेरी शरारतों को
न जाने कहाँ छोड़ दिया ।
अब मैं
तुम्हारे प्यार में
भरोसेमंद और जिम्मेदार हूँ
लेकिन इस प्यार में
तुम्हारा कितना हूँ
यही पता नहीं ।
कि गोया
अमानत हो जैसे कोई ।
कभी बिगड़ने कि
सोचता भी हूँ तो
तुम कह देती हो कि -
बहुत भरोसा है तुम पर ।
तुम्हारे इस भरोसे ने
मेरी शरारतों को
न जाने कहाँ छोड़ दिया ।
अब मैं
तुम्हारे प्यार में
भरोसेमंद और जिम्मेदार हूँ
लेकिन इस प्यार में
तुम्हारा कितना हूँ
यही पता नहीं ।
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