Saturday, 6 November 2021

जो रंजो गम दे वो राहत पाए



















 जो रंजो गम दे वो राहत पाए

किसी यार की वो चाहत पाए ।


रूह में इश्क की आग जला

मुनव्वर मुर्शीद की आदत पाए ।


इल्म और अमल की राह पर

मुरीद वस्ल की अमानत पाए ।


जमाल -ए- यार के रंग में रंगकर 

वो उसी यार की शबाहत पाए ।


                  मनीष कुमार मिश्रा

              manishmuntazir@gmail.com





No comments:

Post a Comment

Share Your Views on this..

डॉ मनीष कुमार मिश्रा अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सेवी सम्मान 2025 से सम्मानित

 डॉ मनीष कुमार मिश्रा अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सेवी सम्मान 2025 से सम्मानित  दिनांक 16 जनवरी 2025 को ताशकंद स्टेट युनिवर्सिटी ऑफ ओरिएंटल स्टडीज ...