Monday, 1 November 2021

दीपावली हर देहरी, हर द्वार ।

 दीपावली - हर देहरी, हर द्वार ।


प्रकाश पर्व के रूप में

जैसे आती है दीपावली

वैसे ही आए

 अनुभव से अनुभूति 

 ज्ञान से विवेक 

 संवेदनाओं से करुणा ।


प्रांजल विचारों का ज्योति कलश

सौभाग्य का अक्षत

संकल्पों का मांगल्य 

आए 

आकर ठहर जाए

हर देहरी, हर द्वार ।


यह दीपावली 

पवित्रता का पुनर्वास करे 

हृदय को अधिक उदार करे

सपने सब साकार करे

हर देहरी, हर द्वार ।


       डा. मनीष कुमार मिश्रा

        कल्याण - पश्चिम, महाराष्ट्र ।

         manishmuntazir@gmail.com




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