Monday, 8 November 2021

मुश्किल तो था लेकिन गवारा कर लिया ।


 


मुश्किल तो था लेकिन गवारा कर लिया 

हमने तुझसे थोड़ा सा किनारा कर लिया ।


ये इल्म, अमल और तहज़ीब के मसाइल

इनसे ऊबा तो ख़ुद को आवारा कर लिया ।


जब उजालों के तिलिस्म से डरने लगा तो 

मुफलिसी में अंधेरों को सहारा कर लिया ।


जो दुश्मन थे मेरे मगर वसूलों के पाबंद रहे 

उन्हें अपना अजीज़ अपना प्यारा कर लिया ।


                         मनीष कुमार मिश्रा

manishmuntazir@gmail.com







1 comment:

  1. आपकी लिखी रचना  ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" मंगलवार 09 नवम्बर 2021 को साझा की गयी है....
    पाँच लिंकों का आनन्द पर
    आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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