Wednesday, 28 October 2009

तेरे पास आ उसे कैसे पराया कर लूँ ?

तुझे जरूरत ना पड़ती थी कहने की ,

तेरे अहसासों पे अमल कर देता था मै;

तेरी आखों में बुने सपनों को ,

अपने भावों से सजों देता था मै ;

तेरी राहों के काटें चुनता ,

तेरी मधुभासों में खोया रहता था मै ;

तेरी खुशियों को तुझसे ज्यादा सजोता ,

तेरे आंसुओं को अपनी आखों से रो लेता था मै ;

इन यादों से कैसे किनारा कर लूँ ,

गर तुझसे मोहब्बत एक गलती थी ;

उसे तोड़ कर गलती कैसे दोबारा कर लूँ ?

तेरी खुशियाँ अब भी मुझे प्यारी हैं ,

तुझे मिल के उन्हें कैसे गवांरा कर लूँ ;

तेरा आभास अब भी मेरे धड़कनों में शामिल है ,

तेरे पास आ उसे कैसे पराया कर लूँ ?

Monday, 26 October 2009

इक चाहत है ख़ुद से जुदा होने की ;

इक चाहत है ख़ुद से जुदा होने की ;

मोहब्बत में खुदा होने की ;

जी ना सके संग तेरे क्या हुआ ;

तमन्ना है तेरे इश्क में फ़ना होने की ;

मेरे अहसास अपने दिल में तू समेट ना सकी ;

मेरी दुरी को मोहब्बत में लपेट ना सकी ;

क्या कहूँ तेरे अरमां औ तेरी जरूरतों को ;

कैसे तू प्यार के जज्बे को सहेज ना सकी ?

तू गर्वित है अपने हालात पे ;

अपनी सफलता और बड़ती आगाज पे ;

क्या कहूँ मोहब्बत तेरी बिखरती जवानी पे ;

कैसे वो मेरी आखों में आंसुओं को रोक ना सकी ?

Saturday, 24 October 2009

छठ मैया को श्रद्धा अर्पण

अस्ताचलगामी और उदयमान सूर्य को प्रणाम करने के लिए सदियोंसे चली आ रही परम्परा को आगे बढ़ाने की तैयारियां चल रही हैं । बस चंद क़दमों की दूरी पर पुण्यसलिला गंगा के किनारे सूर्य जब अस्त हो रहे होंगे तो हम सब उन्हें अर्पण कर रहे होंगे अपनी श्रद्धा , अपना सबकुछ । दिन भर व्रत रखकर महिलाएं भगवान भास्कर को जल आराध्य करती है। राजधानिओमें इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी है। जैसे डेल्ही , पटना , यहाँ तक की महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी हम यह पर्व देख सकते है।


महाकाव्यात्मक गरिमा का उपन्यास -इन्ही हथियारों से :अमरकांत


महाकाव्यात्मक गरिमा का उपन्यास -इन्ही हथियारों से :अमरकांत


Thursday, 22 October 2009

गुम हूँ कहीं ,खोया हूँ कहीं ;

गुम हूँ कहीं ,खोया हूँ कहीं ;

हूँ उसकी तलाश में ,

निकला हूँ कहीं ,पहुँचा हूँ कहीं ;

मदहोश नही हूँ , बेहोश नही हूँ ;

उलझा हूँ तेरी सोच में ;

अफ़सोस नही हूँ , सरफ़रोश नही हूँ ;

ढुढता हूँ ख्वाबों में , भटकता हूँ राहों में ;

नीद आये हुए वर्षों ;

सोया कहीं हूँ , जागा कहीं हूँ ;

तेरा अहसास नही हूँ , तेरा आकाश नही हूँ ;

हूँ हवा में शामिल ;

तेरा आभाष नही हूँ ,तेरी साँस नही हूँ ;

होयुं कोहरे में शामिल ऐसा खामोश नही हूँ /

Wednesday, 21 October 2009

नाराज मत हो ,प्यार कर ,अंहकार मत हो /

मोहब्बत की दूरियों पे ,अपनी मजबूरियों पे ;

नाराज मत हो ,विश्वास कर ,इंकार मत हो /

तकलीफों की मुस्कराहट पे ,मुसीबतों की आहटों पे ;

नाराज मत हो ,विचार कर , तकरार मत हो /

आंसुओं की कोशिश पे ,भावों की कशिश पे ;

नाराज मत हो ,स्वीकार कर ,दुस्वार मत हो /

अपनो के तानो पे ,रिश्तों के बानो पे ;

नाराज मत हो , ख़याल कर उदास मत हो /

प्यार के धोखे पे ; मोहब्बत की उलझनों पे ;

नाराज मत हो , इश्क कर ,बदहवास मत हो /

नसीब की डोरियों पे ,तिरस्कार की बोलियों पे ;

नाराज मत हो ,सम्मान कर , अविश्वास मत हो /

बिखरे सपनों पे , छुटे अपनो पे ;

नाराज मत हो ,आगाज कर , इतिहास मत हो ;

सपने खिल जायेंगे , अपने मिल जायेंगे ;

प्यार भर भावों में ;सहजता ला मुलाकातों में ;

नम्र कर सोचों को ;सब्र भर बातों में ;

हारी बाजी जीतेगा तू ,अहसास ला मुलाकातों में ;

व्यवहार में स्वार्थ मत ला , मन में दुराव मत ला ;

नाराज मत हो ,प्यार कर ,अंहकार मत हो /

Monday, 19 October 2009

लूट लूट लूट ,

लूट लूट लूट ,
लूट रहा है हर कोई जो सकता है लूट ;
लूट लूट लूट ;
नेता लुटे है वादों से ;
अफसर लुटे हैं इरादों से ;
पत्रकार लूटता है शब्दों से ;
कवी लूटता है अर्थों से ;
अपने लुटे है जज्बों से ;
रिश्तेदार लूटता है कर्मों से ;
लूट लूट लूट ;
लूट रहा है हर कोई जो सकता है लूट ;
समाज लूटता है दिखावे से ;
सम्बन्ध लूटता है भावों से ;
दोस्तों ने यारी से लूटा ;
चालाकों ने तीमारदारी से लूटा ;
प्यार लूटता है अरमानो से ;
परिवार लूटता है अहसानों से ;
किस किस से कब तक है बचना ;
ये कैसा है है जीवन अपना ;
आ ख़ुद को लूटें इच्छावों से ;
भगवन को लुटे कामनावों से ;
लूट लूट लूट ,
लूट रहा है हर कोई जो सकता है लूट ;

Friday, 16 October 2009

दीपावली के लिए कुछ वाल पेपर्स ;---


दीपावली के लिए कुछ वाल पेपर्स ;--- 
ये वाल पेपर नीचे दिए लिंक से लिए गए हैं . इन पर मेरा कोई अधिकार नहीं है.

पग-पग दीप जलाए हम .

        पग-पग  दीप  जलाए  हम       

.यूं.जी.सी के नए माप दंड महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में नियुक्ति के सन्दर्भ में ;--------------

यूं.जी.सी. के  नए माप दंड महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों  में नियुक्ति  के सन्दर्भ में ;--------------

नेट का फॉर्म आ गया है ; -तैयारी शुरू कर दीजिये .

नेट का फॉर्म  आ गया है ; -तैयारी शुरू कर दीजिये .                                                                                                    अगर  आप  नेट  के फॉर्म का  यु.जी.सी. कि  वेब साईट पे  इंतजार  कर रहे  थे ,तो  आप  का इंतजार  ख़त्म  हुआ . नेट परीक्षा  के  फॉर्म  आ गए  हैं . आप  फॉर्म को  इस लिंक  से  डाउनलोड  कर सकते  हैं www.ugc.ac.इन . विज्ञापन  का प्रारूप  मैं  यंहा  दे  दे रहा हूँ . फॉर्म  आप  इस लिंक से  सीधे  भी  डाउनलोड कर सकते हैं. http://www.ugc.ac.in/inside/netadv/new%20Advformat_1209.pdf



twitter India Airtel and SMS

Posted: 15 Oct 2009 12:57 AM PDT
In India internet penetration is still on the floor except that urban areas. There are 2 reasons for that. First not many Indians in rural areas find internet useful in their daily life and secondly buying a cell phone costing Rs 5000 is still a costly deal when I can get a second hand phone or even a brand new phone in Rs 1500  which is damn good for making calls and sending sms. SMS this is where Airtel had struck a deal with Twitter.
Bharti Airtel has made a deal with Twitter so that you can send updates to your Twitter account from any mobile phone which supports SMS and that is available with any phone.  And here are the details
New User
• SMS Signup to 53000 @ Re 1 per SMS
• Follow instructions to go ahead and complete the registration

Existing User – Wanting to link their device to the Twitter A/c
• SMS Start to 53000 @ Re 1 per SMS
• Follow instructions to complete linking your Airtel phone to your Twitter A/c

General Guidelines & Keywords to Twitter Use
http://help.twitter.com/forums/59008/entries/14020
All you will do is to link your twitter profile with a number and keep sending SMS to 53000 and here is a list of commandswhich you can use it in the sms. Thanks SahyaBhatforsharing it today along with his experience here and here.
My View on Tweeting via SMS :
Like I said, Internet Penetration in India is still on the floor when it comes to rural sides and this is where SMS and Twitter can get along. However I still  feel the service might not be a big hit unless something is added along with it.
  • It is difficult to correlate tweets if I need to open each and every sms. IMO SMS alone will never work , not directly. You need to load a very basic application to help them tweeting with an ease.
  • Twitter is about conversations and there should be more ways to read other tweets easily before I tweet.
  • There might be billion of users who dont get internet yet on mobile in India but then do they really use internet and if they dont why would they need to use twitter. ? If it has to become a success you need to give them a solid reason.
  • It’s costly.  For every tweet i.e. Sms sent you will be charged Rs 1.
Now over to you.  Whats your thought on this ?
 www.technospot.in

Thursday, 15 October 2009

यम भगवान को देखने का एक और नजरिया

अकाल मृत्यु से बचने के लिए आज के दिन यम दीप दान का महत्व है। आज के दिन सूर्यास्त के बाद दक्षिण दिशा में दिया जलाकर उसकी पूजा करनी चाहिए । इससे अकाल मृत्यु नही होता । आज के दिन भगवान यम को याद किया जाता है । वैसे यम भगवान को याद करने का और एक दिन है वो है भाई दूज । उस दिन को यमद्वितीया भी कहते है। इस दिन यम की बहन यमी ने सबसे पहली बार भाई दूज मनाई थी। तभी से ये त्योंहार मनाया जाने लगा।
So let's celebrate this diwali with a new perspective and give respect to each and everybody without any prejudice.

Wednesday, 14 October 2009

कैसे भेजें ई- कार्ड इस दीवली पे ?


इस दीपावली पे अपने अपनों को ई-कार्ड के जरिये आप खुश कर सकते हैं । मैं कुछ ऐसे लिंक दे रहा हूँ जिनके जरिये आप आसानी से ये ई-कार्ड मुफ्त में डाउन लोड कर के उसे भेज सकते हैं । तो इन्तजार किसका है ? बस क्लिक करे और लाखों ई- कार्ड आप के सामने होंगे www.indiaexpress.com/cards/Holidays/

www.123greetings.com/events/diwali/
www.diwali-ecardwww.usagreetings.com/html/diwali/category.htmls.com/

www.dgreetings.com/religion_cards/hindu/diwali/index9

www.365greetings.com/event22.html
www.teluguone.com/greetings

ऐसे ही कई और भी वेबसाइट्स हैं ,लेकिन आप का काम ऊपर दिए गए पतों से हो जाए गा ।
दीपावली की मंगलमय शुभ कामनायें ।

Tuesday, 13 October 2009

आज तुम्हारे जन्म दिन पे -------------------




आज तुम्हारे जन्म दिन पे ,
आज तुम्हे याद करते हुए,
महसूश कर रह रहा हो ,
तुम्हारे साथ के हर पल को ।

तुम्हारी शैतानियाँ ,
तुम्हारी बदमाशियां ,
और कलाई पे बंधने वाली तुम्हारी राखी को भी ।

आज तुमसे दूर रह कर भी,
मैं तुम्हारे साथ हूँ ।
दिल की अनंत गहराइयों से,
तुम्हे आशीष देते हुए,
तुम्हारी खुशियों की दुआ मांगते हुए ,
और तुम्हारे प्यार को याद करते हुए ।

आज तुम्हारे जन्म दिन पे ,
तुम्हे तुम्हारे भाई का
ढेर सारा प्यार ।
(तान्या,ईशा और गुडिया के लिए )

महसूस कर हवा में मिलेंगी सदायें मेरी ;

महसूस कर हवा में मिलेंगी सदायें मेरी ;

आसमान से बरसती दुआएं मेरी ;

दूर रहने पे भी मेरे अहसास तेरी तन्हाई छू जायेंगें ;

बातों में तेरे मुंह से मेरे अलफाज निकल आयेंगें ;

सहेज लो चाहे जितना अपने मन अपनी नई जिंदगानी में ;

बिना मेरा जिक्र कहाँ रंग आएगा तेरी कहानी में ;

तू कहता है नही जरुरत अब मेरी मोहब्बत औ उसके इरादों की ;

नही परवा मेरे इश्क और मेरे हालातों की ;

तेरी अवहेलना ने आखों को इक हँसी सी नमी दी है ;

मेरे दिल को सबमे प्यार बांटने की जमीं दी है ;

सुक्रगुजर हूँ तेरा और तेरी इनायतों का ;

मेरी भावनाओं ,आकान्छाओं को अपनी दुश्मनी दी है ;

आईने में देखा जरा नजर भर के ख़ुद को ;

मेरी मोहब्बत के अहसासों ने तुझे क़यामत की खूबसूरती दी है /

झांक सकते हो तो झाँकों अपने ह्रदय के बंद हिस्सों में ;

मैंने कभी तुझे जिंदगी भर की खुशी दी है /

Sunday, 11 October 2009

रिश्तो की रंगोली

रिश्तो की रंगोली में ,
तेरे प्यार का रंग चाहिए ।
हमसफ़र मुझे तो,
सिर्फ़ तेरे जैसा चाहिए ।

आज जो तुम याद आए ----------

आज जो तुम याद आए,
न जाने क्यो हम बहुत घबराए ।
दोष तो तुम्हे देते रहे अभी तक,
आज ख़ुद का सामना नही कर पाये।

काश वे पल एक बार फ़िर मिल पाते तो,
सुधारता अपनी गलतियों को ।
तुम्हारे लिए नही ,
अपनी लिए ही क्योंकि ,
तुम्हारे बाद मैं ,
तुम्हारे साथ की ही तरह ,
चैन से सोना चाहता हूँ ।

Saturday, 10 October 2009

कैसे मैं अभिप्राय को बदलूं ?

बात नही करते तो क्या हम भूल गए ,

पैगाम नही कहते तो क्या सम्बन्ध छुट गए ;

तुझे खुशियाँ मेरी रास ना आई ,

तो गम के रिश्ते क्या टूट गए ;

भावों को तुने बदला ,

तो क्या मेरे अरमान सूख गए /

धरती ने नियती नही बदली ,

आसमान ने सीरत नही बदली ;

हवा ने बदला नही बहना,

सांसों ने बदला नही चलना ;

मै कैसे अपने प्यार को बदलूं ,

कैसे जीवन के आधार को बदलूं ;

हट नही ये सच्चाई है ,

तेरा प्यार मेरी खुदाई है ;

कैसे मैं भगवान को बदलूं ,

कैसे मै जज्बात को बदलूं ;

मै तुच्छ सही पर ये भी सच है ;

तेरी मोहब्बत मेरा रब है ;

रब की कैसे चाह मै बदलूं ,

कैसे मैं अभिप्राय को बदलूं ?

Friday, 9 October 2009

कैसे जाने की आप का नम्बर पंजीकृत हुआ या नही ?


How to check if your number is registered for DND
Posted: 07 Oct 2009 11:22 PM PDT
DND or Do Not Disturb or also called as Do not Call is a special regulation initiated by TRAI where an individual can register their number ( Both Mobile and Landline ) to avoid calls from telemarketer which many of us find irritating and of no interest. Trai has a offical site,
National Do Not Call Registry, where you can check if you number has been activated for DND. Follow this link to check for your number.

Do not Disturb
It says :
The NDNC Registry will be a data base having the list of all telephone numbers of the subscribers who do not want to receive UCC.After the establishment of NDNC registry, Telephone subscriber (Landline or mobile) who does not wish to receive UCC, can register their telephone number with their telecom service provider for inclusion in the NDNC. Telecom Service Provider shall upload the telephone number to the NDNC within 45 days of receipt. The Telemarketer will have to verify their calling telephone numbers list with the NDNC registry before making a call. To discourage the telemarketers who make calls to the numbers registered in Do Not Call List, a provision has been made whereby Rs.500/ – shall be payable by the telemarketer to the service provider for every first unsolicited commercial communication (UCC) and Rs.1000/- shall be payable for subsequent UCC. There is a provision for disconnection of the telemarketer telephone number / telecom resource if the UCC is sent even after levy of Rs.500/- & Rs.1000/- tariff. In case of non-compliance to the Telecom Unsolicited Commercial Communications Regulations, 2007, the Service Provider is also liable to pay an amount by way of financial disincentive, not exceeding Rs.5000/- for first non-compliance of the regulation and in case of second or subsequent such non-compliance, an amount not exceeding Rs.20,000/- for each such non-compliance.

If you would would like to register/de-register their request for NDNC registry may dial 1909 or SMS to 1909 with keywords ‘START DND’ for registration and ‘STOP DND’ for de-registration. This way you can avoid all those calls which come from banks for loans, mutual funds and any tele marketing scheme and complain against them back if you do get a call from people failing for such non compliance.

Monday, 5 October 2009

तेरी तलाश है मुझे तू ही नही मिलता,

तेरी तलाश है मुझे तू ही नही मिलता,
तू गुजरा जिस राह पे,
वो जमीं नही मिलती, वो आसमान नही मिलता ;
तेरे बनाये जहाँ का ,कुछ नामोनिशान नही मिलता /
हवा में तेरी पहचान ढूंढे हैं ,फूलों में तेरी शान ढूंढे हैं ;
जो इन्सान बनाये तुने वो इन्सान ढूंढे हैं ;
कहीं झलक नही मिलती ,कहीं अहसास नही मिलता ;
जो चला हो तेरी राहों में ,वो इन्सान नही मिलता /
भावः दिल में बहुतेरों के हैं ,
श्रद्धा और आस चकेरों के हैं ;
महिमा का गान करे कितने ही ,
तेरी दया द्रिस्टी से सामर्थ्य चितेरों के हैं ;
तेरी राह चला ,तेरी बात धुना ;
ऐसे को आखें ढूंढे हैं ,
ऐसा परमार्थ नही मिलता ;
जो इन्सान बनाये तुने ,ह्रदय उन इंसानों को ढूंढे है ;
तेरी तलाश हो जिसको ऐसा स्वाभाव नही मिलता ;
तू गुजरा जिस राह से ,
वही जमीं नही मिलती वही आसमान नही मिलता ;
तेरे बनाये जहाँ कोई नामोनिशान नही मिलता /

Saturday, 3 October 2009

लाल बहादुर शास्त्री -मानव मिश्रा


October 2nd is Shastri Jayanti as well
Posted: 02 Oct 2009 12:59 AM PDT
If I ask you, what is the existence of October 2nd in Indian history; probably you will not even think and tell that it is Gandhi Jayanti (Birthday of Mahatama Gandhi).

However, very few people know that it is the birth anniversary of Late Lal Bahadur Shastri as well, 3rd Primne Minister of India, one of the great freedom fighters, the great Indian Hero, who gave the slogan ‘Jai Jawaan, Jai Kisaan’.

Shashtri Jayanti
Isn’t it ironical, most of us are not aware of this fact, moreover I have hardly witnessed any type of coverage about Lal Bahadur Shastri or his birth anniversary in any newspaper or on any TV channels.
Here we have collected some links, which can help you know more about Lal Bahadur Shastri.
http://en.wikipedia.org/wiki/Lal_Bahadur_Shastri
A nice poem about Shastri ji.
http://www.sscnet.ucla.edu/southasia/History/Independent/Shastri.html
http://www.diggstars.com/1-13-5693/Lal_Bahadur_Shastri.html
A nice article about Shastri ji
Why has history forgotten this giant?
So, go ahead read about Lal Bahadur Shastri, and do tell others about this forgotten National Hero.

Friday, 2 October 2009

शुन्यता है खालीपन है और है अभाव आनंद का ;

शुन्यता है खालीपन है और है अभाव आनंद का ;
नही रहता मन प्यासा किसी प्यार का ;
नही तड़पता तन तेरे अभाव पे ;
हर्षित नही है ह्रदय तेरे जिक्र पे ;
द्रवित नही है दिल तेरे कुफ्र पे ;
शुन्यता है खालीपन है और है अभाव आनंद का ;
जिंदगी इक सहजता बन गई है अब तो ;
इक रस्मो रिवाज की कवायद रह गई है अब तो ;
उस्फुर्ती नही रही तुझसे मिलने की ;
प्यार रहा गया है इक सजावट अब तो ;
शुन्यता है खालीपन है और है अभाव आनंद का ;
तेरे ना मिलने की बात से उदासी नही है ;
तेरी मोहब्बत और चाहतों से बानगी नही है ;
जिंदगी जा रही है इक रह पे जैसे भी ;
उन राहों में दिलचस्पी और दुराव नही है ;
शुन्यता है खालीपन है और है अभाव आनंद का ;
गम नही है , तकलीफ नही है ,वक्त से रंजिश भी नही है ;
मोहब्बत नही , इश्क नही और कोई कशिश भी नही है ;
शुन्यता है खालीपन है और है अभाव आनंद का ;
पास नही है तू दूर नही है ;
आभास तो है अहसास नही है ;
सुलझी नही पर वो उलझी नही है ;
तू गैर तो बन न पाई पर मेरी भी नही है ;
विस्वास तो है पर आस नही है ;
तू बाँहों में है उनके पर उसमे खोयी भी नही है ;
शुन्यता है खालीपन है और है अभाव आनंद का ;

Thursday, 1 October 2009

गाँधी जी के तीन बंदर

/पिछले २ अक्टूबर २००८ की शाम
गांधीजी के तीन बंदर राज घाट पे आए.
और एक-एक कर गांधी जी से बुदबुदाए,
पहले बंदर ने कहा-
''बापू अब तुम्हारे सत्य और अंहिंसा के हथियार,
किसी काम नही आ रहे हैं ।
इसलिए आज-कल हम भी एके४७ ले कर चल रहे हैं। ''

दूसरे बंदर ने कहा-
''बापू शान्ति के नाम ,
आज कल जो कबूतर छोडे जा रहे हैं,
शाम को वही कबूतर,नेता जी की प्लेट मे नजर आ रहे हैं । ''

तीसरे बंदर ने कहा-
''बापू यह सब देख कर भी,
हम कुछ कर नही पा रहे हैं ।
आख़िर पानी मे रह कर ,
मगरमच्छ से बैर थोड़े ही कर सकते हैं ? ''

तीनो ने फ़िर एक साथ कहा --
''अतः बापू अब हमे माफ़ कर दीजिये,
और सत्य और अंहिंसा की जगह ,कोई दूसरा संदेश दीजिये। ''

इस पर बापू क्रोध मे बोले-
'' अपना काम जारी रखो,
यह समय बदल जाएगा ।
अमन का प्रभात जल्द आयेगा । ''

गाँधी जी की बात मान,
वे बंदर अपना काम करते रहे।
सत्य और अंहिंसा का प्रचार करते रहे ।
लेकिन एक साल के भीतर ही ,
एक भयानक घटना घटी ।
इस २ अक्टूबर २००९ को ,
राजघाट पे उन्ही तीन बंदरो की,
सर कटी लाश मिली ।

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