Friday, 10 April 2009

अब भी मन में प्रीत है लेकिन -------------------

अब भी मन में प्रीत है लेकिन
पहले जैसा वक्त नही
मैं भी वही हूँ तुम भी वही हो ,
पर नही रही वह कसक प्रिये ।

जीवन के सारे राग -विराग
मेरे तुमसे ही जुडते हैं
पर कोई शिकायत तुमसे हो
निराधार यह बात प्रिये ।

प्रथम प्यार की स्मृतियों में ,
छवि तो बिल्कुल तेरी है
वर्तमान में लेकिन इनका ,
कहा कोई आधार प्रिये ।

इस दुनिया में धर्म देवता
सदियों से हमको बाँट रहे
खंड-खंड पाखण्ड में डूबे
बटे हुवे सब धर्म प्रिये ।

इस पाखंडी धर्म नीति को
प्रेम का रिश्ता तोड़ रहा
ऊपर उठ कर जात-पात से
सभी को यह जोड़े है प्रिये ।

तस्वीरो का खजाना पिकासो ---------

अगर आप अच्छी तस्वीरो के शौखीन हैं तो गूगल की फोटो सेवा के माध्यम से आप पिकासो एल्बम देख और बना सकते हैं । इन तस्वीरो की संख्या बहुत है । ब्लॉग पे इन्हे सीधे up lod किया जा सकता है। इस तरह आप अपने ब्लॉग का सौन्दर्य बढ़ा सकते हैं । आज हर चीज़ का गूगलीकरण हो रहा है । गूगल मानो हमारी आवश्यक्तावो का केन्द्र बिन्दु बन चुका है । मैने भी इस सेवा का लाभ उठा कर आप के लिये कुछ तस्वीरें ब्लॉग पे डाली हैं। आशा है आप को पसंद आयेगी ।

Wednesday, 8 April 2009

तेरी तस्वीर जब देखता हूँ ...................................

तुझे कितना मैं सोचता हूं
तेरी तस्वीर जब देखता हूँ ।
कह न सका कभी जो बात तुमसे ,
वह सब तेरी तस्वीर से कहता हूं ।
जिंदगी खुली किताब की तरह ,
बस तेरे आगे ही खोलता हूं ।
जानबूझकर फरेब खाता हूं
असलियत सब की मगर पहचानता हूं ।
तुम सो जाओ तुम्हे आदत नही ,
मेरा क्या,मैं रात भर जागता हूं ।
(mere blog pay jo tasveer aap dekh rehay hain yah google ki painting seva say hi blog par daali gai hai .ismay mera apna kuch nahi hai .kavitao kay saath tasveer adikh prabhavkari lagti hai.)
Posted by Picasa

दिल कितना मचलता है ---------------------------

Posted by Picasa

दिल कितना मचलता है ,

कोई तारा जब टूटता है ।

वो यकीनन् अजनबी है पर ,

अपनों से भी करीब लगता है ।

जिंदगी बेरंग लगती है तब,

जब हाथो से हाथ छूटता है ।

मैं मना लूँगा,वो जानता है

इसीलिये तो रूठता है ।

मैं उसकी हर बात मानता हूँ ,

वो है की झूठ पे झूठ बोलता है ।

ये मेरे प्यार की निशानी है --------------------------

Posted by Picasa
इस तस्वीर की इतनी सी कहानी है ,
ये मेरे प्यार की निशानी है ।
जो लिख रहा हूँ नयी ग़ज़ल में ,
वो सब बात पुरानी है ।
ये चेहरा उसी शोख कातिल का है,
नाम जिसके कर दी जवानी है ।

चुप चाप कही जब सो जाती है -------------------------

चुप चाप कही जब सो जाती है ,
मीठे सपनो में खो जाती है ।
दर्द बहुत जब बढ़ जाता है ,
आंखे हैं की रो जाती हैं ।
कड़वी बाते सभी पुरानी,
नये प्यार में धो जाती हैं ।
दो फूल खिले हो जिस आँगन ,
खुशियाँ वाही पे हो जाती हैं ।
Posted by Picasa

राहत इंदौरी के 20 चुनिंदा शेर...

 राहत इंदौरी के 20 चुनिंदा शेर... 1.तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो 2.गुलाब, ख़्वाब, ...