भारतीय भाषावों का ग़ज़ल संस्करण हाल ही मे मुंबई से निकलने वाली पत्रिका ''शब्द श्रृष्टि '' ने प्रकाशित किया ।
इसकी प्रति मिली तो लिखे बगैर नही रहा गया .एक नही अपितु १७ भारतीय भाषावों मे लिखी जा रही ग़ज़लों का समावेश इसमे किया गया है ।
हिन्दी और मराठी भाषा मे प्रकाशित होने वाली यह अपने तरह की अनोखी पत्रिका है । इसके संपादक के रूप मे श्री मनोहर जी और डॉ.विजय बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे हैं।
अगर आप गज़लों के शोखीन हैं , तो यह अंक आप को जरूर पढ़ना चाहिये .हिन्दी,उर्दू,मराठी,पंजाबी,गुजराती,भोजपुरी समेत १७ भाषावों की ग़ज़लों का समावेश इस अंक मे किया गया है।
इस अंक को प्राप्त करने के लिये आप सीधे इसके संपादक से निम्नलिखित पते पर संपर्क कर सकते हैं
श्री मनोहर जी
शब्द श्रिष्टी
१०२,कृष्ण कमल ,प्लाट नम्बर -५
संत यानेश्वर महाराज मार्ग
नेरुल(पूर्व)
नवी मुंबई -४००७०६
मोबाइल नो- ०९८२१९०२२७६ /९८२१५४५२८८
फैक्स-०२२-२७७०१७०३
मुझे विशवास है की यह अंक आप को जरूर पसंद आयेगा ।
अपनी प्रतिक्रिया अवस्य दें ।
Sadar Abhivadan Manish ji, aapko patra patrikaon me aksar padhti rari hun..blog pr aaj pehli bar aana hua...pustak ki keemat bhi likh dete to accha tha...aur haan tippani se ye word virification hta len.....!
ReplyDeletethanks for cooment.patrika ki kimat 200 rs. hai.
ReplyDelete