Friday, 22 June 2012

ना तन्हा हूँ ना गम के घेरे ,

ना तन्हा हूँ ना गम के  घेरे  ,
ना खुशियों से दूर ना भाव तरेरे  ,
ना व्याकुल दिल ना बाँहों में तेरे ,
ना दूर हुए न नजरे फ़ेरे ,
मोहब्बत की कसक फिर भी ,
सपनों में तू अब भी मेरे 

प्यार में जो उलझा वो ना निकल पाया कभी

 

 प्यार  में जो उलझा वो ना निकल पाया कभी ,
जान ले के छोड़े ये बीमारी कुछ ऐसी है /

राहत इंदौरी के 20 चुनिंदा शेर...

 राहत इंदौरी के 20 चुनिंदा शेर... 1.तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो 2.गुलाब, ख़्वाब, ...