Thursday, 8 March 2012

वेब मीडिया और हिन्दी का अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य इस विषय पर एक पुस्तक निकालने की योजना


 मित्रों ,
सादर नमस्कार ।

            वेब मीडिया और हिन्दी का अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य इस विषय पर एक पुस्तक निकालने की योजना पर काम कर रहा हूँ । आप सभी अपने आलेख इस पुस्तक के लिए भेज सकते हैं । आप का आलेख संपादन मंडल द्वारा स्वीकृत किये जाने के बाद आप को तुरंत इसकी सूचना दी जाएगी । इस पुस्तक में अपने आलेख सम्मिलित कराने के लिए आप को किसी तरह शुल्क नहीं देना होगा । पुस्तक ISBN नंबर के साथ छपेगी । पुस्तक छपने के बाद उसकी एक प्रति आप को मुफ्त में उपलब्ध करायी जाएगी ।


                       पुस्तक के लिए आलेख भेजने की अंतिम तिथि 30 जून 2012 है ।

                        आप जिन उप  विषयों पे आलेख लिखें, वो इस प्रकार हों
                       
   मीडिया का बदलता स्वरूप और इन्टरनेट
   व्यक्तिगत  पत्रकारिता और वेब मीडिया
   वेब मीडिया और हिंदी
   हिंदी के विकास  में वेब मीडिया का योगदान
   भारत में इन्टरनेट का विकास
   वेब मीडिया और शोसल नेटवरकिंग साइट्स
   लोकतंत्र और वेब मीडिया
   वेब मीडिया और प्रवासी भारतीय
   हिंदी ब्लागिंग स्थिति और संभावनाएं
   इंटरनेट जगत में हिंदी की वर्तमान स्थिति
   हिंदी भाषा के विकाश से जुड़ी तकनीक और संभावनाएं
   इन्टरनेट और हिंदी ; प्रौद्योगिकी सापेक्ष विकास यात्रा
   व्यक्तिगत पत्रकारिता और ब्लागिंग
   हिंदी ब्लागिंग पर हो रहे शोध कार्य
   हिंदी की वेब पत्रकारिता
   हिंदी की ई पत्रिकाएँ
    हिंदी के अध्ययन-अध्यापन में इंटरनेट की भूमिका
    हिंदी भाषा से जुड़े महत्वपूर्ण साफ्टव्येर
    हिंदी टंकण से जुड़े साफ्टव्येर और संभावनाएं
    वेब मीडिया , सामाजिक सरोकार और व्यवसाय
    शोसल नेटवरकिंग का इतिहास
    वेब मीडिया और अभिव्यक्ति के खतरे
    वेब मीडिया बनाम सरकारी नियंत्रण की पहल
    वेब मीडिया ; स्व्तंत्रता बनाम स्वछंदता
    इन्टरनेट और कापी राइट
    वेब मीडिया और हिंदी साहित्य
    वेब मीडिया पर उपलब्ध हिंदी की पुस्तकें
    हिंदी वेब मीडिया और रोजगार
    भारत में इन्टरनेट की दशा और दिशा
    हिंदी को विश्व भाषा बनाने में तकनीक और इन्टरनेट का योगदान
    बदलती भारती शिक्षा पद्धति में इन्टरनेट की भूमिका 
    लोकतंत्र , वेब मीडिया और आम आदमी
    सामाजिक न्याय दिलाने में वेब मीडिया का योगदान
     भारतीय युवा पीढ़ी और इन्टरनेट
      वेब मीडिया सिद्धांत और व्यव्हार


                        आप अपने आलेख भेज सहयोग करे । आप के सुझाओ का भी स्वागत है ।
आलेख यूनिकोड में भेजें ।

डॉ मनीष कुमार मिश्रा
अध्यक्ष - हिंदी विभाग
के . एम . अग्रवाल महाविद्यालय 421301
गांधारी विलेज, पडघा रोड , कल्याण - पश्चिम
महाराष्ट्र

9324790726,
manishmuntazir@gmail.com







--

पांचवा अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन, ताशकंद


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी और हिंदी-संस्कृति को प्रतिष्ठित करने के लिए संस्था द्वारा, किये जा रहे प्रयास और पहल के अनुक्रम में रायपुर, बैंकाक, मारीशस, पटाया में चार अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों के सफलतापूर्वक आयोजन के पश्चात अब आगामी 24 जून से 1 जुलाई, 2012 तक ताशकंद-समरकंद-उज्बेकिस्तान में पांचवे अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है । सम्मेलन में देश-विदेश के हिंदी के आधिकारिक विद्वान, अध्यापक, लेखक, भाषाविद्, संपादक, पत्रकार, टेक्नोक्रेट, बुद्धिजीवी एवं हिंदी सेवी संस्थाओं के सदस्य, हिन्दी-प्रचारक, ब्लागर्स भाग लेंगे । सम्मेलन का उद्देश्य स्वंयसेवी आधार पर हिंदी-संस्कृति का प्रचार-प्रसार, भाषायी सौहार्द्रता एवं न्यूनतम लागत में सामूहिक रूप से सांस्कृतिक अध्ययन-पर्यटन सहित एक दूसरे से अपरिचित सृजनरत रचनाकारों के मध्य परस्पर रचनात्मक तादात्म्य उपलब्ध कराना भी है। आपको एक वरिष्ठ अध्यापक के रूप में आमंत्रित किया जा रहा है ।

उक्त अवसर पर 2 संगोष्ठियों ( 1. उत्तर औपनिवैशिक समय में आलोचना 2 भाषा की संस्कृति : संस्कृति की भाषा ), बहुभाषी कविता-पाठ, कहानी पाठ, विमोचन, कविता पोस्टर एवं पेंटिग प्रदर्शनी का आयोजन ताशकंद, समरकंद व उज्बेकिस्तान में होगा।

इसके अलावा प्रतिभागियों के लिए Independence Square, Lal Bahadur Shastri Street , lelin Square, Chingam hills, Khazrat Imam complex (16thcent) with The Koran of Othman Khalif (the 7th c) library and museum, Old City,Independence Square, Amir Temur’s Square, The Monument of Courage,Samarkand- Registan square - Medreseh Ulughbek (15th c.), Medreseh Shir-Dor (17th c.), Medreseh Tilla-Kori (17th c.), Registan or Nasaf, CHORSU and ALAY markets. Uzbek Metro station आदि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्तावाले स्थलों के सांस्कृतिक पर्यटन का अवसर भी उपलब्ध होगा ।
पंजीयन व शुल्क- सहभागिता के लिए पंजीयन हेतु बायोडेटा (हिन्दी), संबंधित सत्र का आलेख या कविता-कहानी, पासपोर्ट की प्रति, दो मैट फिनिस फोटो ( 80% face colored shirt (dark) white backround ) पिछले दो वर्षों का बैंक स्टेटमेट्स व पिछले 3 वर्षों का इंकम टैक्स रिटर्न का दस्तावेज ( वीजा हेतु ) तथा 23 हजार रुपये, 15 मार्च, 2012 के पूर्व हमारे पते पर व्यक्तिगत तौर पर /रजिस्टर्ड डाक/ कोरियर्स द्वारा जमा कराया जाना अनिवार्य होगा । शेष प्रतिभागिता राशि 22 हजार रुपए 24 मई, 2012 के पूर्व जमा करना होगा । ये दोनो चेक Creative Travel Shoppe (Payable at Raipur) के नाम पर संलग्न करना होगा ।


(प्रवासी रचनाकारों हेतु)- उपर्युक्तानुसार विदेश में रहनेवाले साहित्यकार भी अपना पंजीयन करा सकते हैं । यदि वे सीधे ताशकंद पहुँचकर सम्मिलित होना चाहते हैं तो उन्हें पंजीयन के समय  अन्य दस्तावेज सहित कुल राशि 28000 रुपये एकमुश्त जमा करना होगा ।

प्रशस्ति-पत्र - प्रतिभागियों को सृजन-सम्मान, सृजनगाथा डॉट कॉम और प्रमोद वर्मा स्मृति संस्थान की ओर से मानपत्र, प्रतीक चिन्ह तथा साहित्यिक कृतियां भेंट स्वरूप प्रदान की जायेगी ।

सुविधाएं- प्रतिभागियों का दिल्ली से दिल्ली तक एयर भाडा, वीज़ा शुल्क, थ्री स्टार होटल, बस, भोजन, नाश्ता, पर्यटन व्यवस्था, संगोष्ठी की संयोजन व्यवस्था हमारे द्वारा की जायेगी । प्रतिभागी अपनी कृति का विमोचन कराने के साथ-साथ कविताओं, पेंटिग्स की प्रदर्शनी वहाँ अपनी सुविधा व साधन से लगा सकते हैं । जिसका पूरा विवरण पंजीयन के समय देना होगा ।

शर्त- प्रतिभागियों को अनिवार्यतः 24 जून, 2012 को नियत समय (जिसकी सूचना व मिनट टू मिनट कार्यक्रम विवरण पंजीकृत प्रतिभागियों को यथासमय दी जायेगी) पर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली पहुँचना होगा । प्रतिभागियों को यात्रा प्रांरभ होने के समय दिये गये आवश्यक नियमावली का पालन करना अनिवार्य होगा ।

सह-प्रायोजक- प्रतिष्ठित साहित्यिक संगठन, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय आदि इस आयोजन में रुपए 5000 शुल्क देकर सह-प्रायोजक बन कर सभी प्रतिभागियों को अपने संगठन का प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सकते हैं तथा अपना बैनर्स प्रदर्शित कर सकते हैं ।



संरक्षक

1. प्रो. गंगाप्रसाद विमल, दिल्ली, मो. - 08826235548

2. श्री खगेन्द्र ठाकुर, पटना, मो. - 09431102736

3. डॉ. अजय तिवारी, दि्ल्ली, मो - 09717170693
4. श्री विश्वरंजन, रायपुर, मो. - 94241-82664
5. डॉ. सुधीर सक्सेना, भोपाल, मो. - 09711123909


स्थानीय संयोजक

ताशकंद - Gulera Shermatova, mamanya_65@mail.ru


राज्य समन्वयक
महाराष्ट्र
श्री अशोक कुमार शर्मा, नागपुर वि.वि. नागपुर, मो 0902814633
श्रीमती संतोष श्रीवास्तव, कथाकार, मुंबई, 09769023188
मध्यप्रदेश
श्री अभि मनोज, संपादक, पीपुल्स समाचार, जबलपुर मो. - 09200000912
राजस्थान
श्री मीठेश निर्मोही, जोधपुर, मो.- 00351223221

श्री रमेश खत्री, कवि, जयपुर, मो.- 094143733188
उड़ीसा
श्री दिनेश माली, अनुवादक, ब्रजराजनगर, मो.-09437059979
उत्तरप्रदेश
श्री रवीन्द्र प्रभात, संपादक, परिकल्पना, लखनऊ, मो. - 9415272608
उत्तरांचल
श्री दिवाकर भट्ट ,नैनीताल मों 09410552828
हिमाचल प्रदेश
श्री अशोक गौतम, एसोशियेट प्रोफ़ेसर, सोलन, मो. -9418970089
पश्चिम बंगाल
डॉ. अभिज्ञात, कवि, लेखक, पत्रकार, कोलकाता, मो. - 09830277656
छत्तीसगढ़
डॉ. एच. एस.ठाकुर, संपादक, आरएनएस, रायपुर, मो.-9425509696
डॉ. सुधीर शर्मा, वैभव प्रकाशन मो. - 9425358748
बिहार
श्री संजय कुमार, अधिकारी, आकाशवाणी, पटना, मो.- sanju3feb@gmail.com
श्री अरविंद सिह, कवि, मधेपुरा, ईमेल- khabarkosi@gmail.com
पंजाब
श्री अमरजीत कौंके, कवि, पटियाला, मो. - 98142-31698
चड़ीगढ़
अलका सैनी, पत्रकार. चंडीगढ़. ईमेल - alkams021@gmail.com
आंध्रप्रदेश/पांडिचेरी
डॉ. जयशंकर बाबु, पांडिच्चेरी विश्वविद्यालय, पुदुच्चेरी, मो.- 09843508506

विदेश के समन्यवक
नेपाल
श्री कुमुद अधिकारी, संपादक, साहित्य सरिता, विराटनगर, ईमेल.-kumudadhikari@gmail.com
डेनमार्क
चांद हदियाबादी, रेडियो सबरंग, डेनमार्क, ईमेल-chaandshukla@gmail.com
ब्रिटेन
श्री प्राण शर्मा, कवि/लेखक, लंदन, ईमेल- sharmapran4@gmail.com
अमेरिका
सुधा ओम धींगरा, कवयित्री, नार्थ कैरोलाईना, ईमेल- sudhaom9@gmail.com

समन्वयक
--
जयप्रकाश मानस
संपादक, www.srijangatha.com
कार्यकारी संपादक, पांडुलिपि (त्रैमासिक)
एफ-3, छगमाशिम, आवासीय परिसर, पेंशनवाड़ा
रायपुर, छत्तीसगढ़-492001
मो.-94241-82664

पूणे में किताब चाहिए तो चलिये A.B.C.

अगर आप महाराष्ट्र के पुणे शहर में हैं और आप अच्छी किताबों के शौकीन हैं तो आप को पुणे के किताब बाज़ार

 अप्पा बलवंत चौक ( A. B . C .) में आप की सभी जरूरतें पूरी हो सकती है । ऐतिहासिक  शनिवारवाडा और दगड़ू सेठ हलवाई के प्रसिद्ध गणेश मंदिर के पास यह चौराहा किताबों का ही बाजार है । सड़क के दोनों तरफ सिर्फ किताबों की ही दुकाने दिखाई देती हैं ।
पिछले दिनों महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ अनिता मन्ना मैडम  और  उप प्राचार्या डॉ रत्ना निंबाल्कर जी के साथ पुणे के इस ऐतिहासिक स्थल पे जाने का अवसर मुझे मिला ।
यू . जी . सी . रीज़नल आफ़िस में अपना काम खत्म कर हम लोग महाविद्यालय के पुस्तकालय के लिए किताबों का ऑर्डर देने के लिए हम अप्पा बलवंत चौक पहुँच गए । वहाँ कई बड़ी - बड़ी किताबों की दुकानों को देखने का अवसर मिला । किताबों के बीच खुद को पाकर बहुत अच्छा लगा ।


     किताबें खरीदने के बाद हम श्री गणेश जी के दर्शन के लिए गए । मंदिर में हुमे गणेश जी की आरती का भी लाभ मिला । वहाँ दर्शन के बाद हम कल्याण के लिए निकल पड़े । लोनावला में हमने दोपहर का भोजन किया और वहाँ की मशहूर चिक्की खरीदी और फिर पुणे एक्सप्रेस हाईवे से कल्याण की ओर बढ़ चले । शाम करीब 6.30 बजे हम कल्याण वापस आ गए लेकिन पुणे का पुस्तक बाजार हमेशा याद रहेगा । 

DR. MAHESH BHIWANDIKAR HAS BEEN AWARDED Ph.D.


Wednesday, 7 March 2012

तेरी यादों के चटक रंग, इस होली पे भी याद आयेंगे

तेरी यादों के चटक रंग, इस होली पे भी याद आयेंगे
पल जो बीते थे तेरे संग , इस होली पे भी याद आयेंगे ।

न जाने कितने सारे चेहरे,कितने सारे  रंग साथ होंगे
पर तुम्हारे बिना कितने  तन्हा,कितने हम  तंग होंगे ।


national seminar in march 2012


national seminar


Setting up Google AdSense on your blog

Setting up Google AdSense on your blog involves a few steps to ensure that your blog is ready to display ads. Here’s a step-by-step guide: #...