Friday, 16 March 2012

86 वर्षीय लेखक अमरकांत


और गौरवान्वित हो गया ज्ञानपीठ   
 
 

इलाहाबाद, जागरण ब्यूरो। हिंदी प्रदेश की गंगा-जमुनी तहजीब को अपने लेखन में जीवित करने वाले 86 वर्षीय लेखक अमरकांत को हिंदी साहित्य में उनके अमूल्य योगदान के लिए 45वां ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया। इसका गवाह बना इलाहाबाद संग्रहालय का ऑडिटोरियम। मंगलवार शाम को संग्रहालय में भव्य समारोह में अमरकांत को शाल, श्रीफल, प्रशस्ति-पत्र व पांच लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया।
डॉ. नामवर सिंह ने अमरकांत को अपना बडा भाई बताते हुए कहा कि यह न सिर्फ हिंदी, बल्कि हर भारतीय भाषाओं के लिए एतिहासिक क्षण है। पहली बार ऐसा हुआ है कि ज्ञानपीठ किसी को सम्मानित करने के लिए स्वयं दिल्ली से चलकर इलाहाबाद आया है। अमरकांत ऐसे लेखक हैं जिनके लिए हर पुरस्कार छोटा है। विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति प्रेम शंकर गुप्त ने अमरकांत के साथ इलाहाबाद विश्वविद्यालय के समय की यादें ताजा कीं। मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने अमरकांत को आंचलिकता को नया कलेवर देने वाला लेखक बताया। कहा कि उन्होंने अपनी कलम से युवाओं व मध्यमवर्ग को नई राह दिखाई। अमरकांत को ज्ञानपीठ मिलना पुरस्कार व साहित्यप्रेमियों के साथ न्याय है। सम्मान से अभिभूत अमरकांत ने कहा कि यह मेरे लिए हर्ष का क्षण है। स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं लेकिन चुनौती बढ गई है। मैं चुनौती को स्वीकार्य करता हूं, आगे और अच्छा लिखने का प्रयास करूंगा। ज्ञानपीठ के ट्रस्टी आलोक जैन ने कहा कि अमरकांत को सम्मानित कर ज्ञानपीठ गौरवान्वित है। वह न सिर्फ भारत बल्कि विश्व के सक्षम कहानीकारों में हैं। भारतीय ज्ञानपीठ के निदेशक रवींद्र कालिया ने अतिथियों का स्वागत किया।

Tuesday, 13 March 2012

हिन्दी से जुड़े तकनीक विशेषज्ञों की सूची को बनाने मे सहयोग करें

हिन्दी से जुड़े तकनीक विशेषज्ञों की सूची को बनाने मे सहयोग करें 

1. रवि रतलामी – भोपाल 
2. रवीन्द्र प्रभात – लखनऊ 
3. अविनाश वाचस्पति – दिल्ली 
4. शैलेश भारतवासी – दिल्ली 
5. सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी – लखनऊ 
6. कृष्ण कुमार यादव- इलाहाबाद 
7. डॉ. पवन अग्रवाल – लखनऊ 
8. डॉ हरीश अरोड़ा – दिल्ली 
9. केवल राम – हिमांचल प्रदेश 
10. आशीष खंडेलवाल(कोटा राजस्थान), 
11. विनय प्रजापति (लखनऊ,वर्तमान में अहमदाबाद ),
12. श्रीश शर्मा(यमुना नगर, हरियाणा ),
13. रवीन्द्र पुंज(यमुना नगर , हरियाणा),
14. शाहनवाज़ सिद्दीकी(दिल्ली),
15. बी.एस. पावला(भिलाई, छतीसगढ़),
16. नवीन प्रकाश (खरोरा, रायपुर, छतीसगढ़)
17. ,कनिष्क कश्यप (दिल्ली)
18. अनिता कुमार – मुंबई 
19. डॉ मनीष कुमार मिश्रा –मुंबई 
20. डॉ संगीता सहजवानी – मुंबई 
21. वसंत आर्य – मुंबई 
22. अनूप सेठी – मुंबई 
23. वास्तव – मुंबई 
24. मानव मिश्रा – कानपुर 
25. आशीष मोहता – कोलकता 
26. डॉ रूपेश श्रीवास्तव – मुंबई 
27. डॉ आर . बी . सिंह – मुंबई 
28. कुमार अंबुज – भोपाल 
29. गिरीश बिल्लोरी- जबलपुर 
30. डॉ भूपेन्द्र सिंह – आगरा 

Monday, 12 March 2012

हिंदी तकनीक से जुड़े लोगों की सूची


  विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के कुछ परिचित  academic staff college से जुड़े  लोगों को मैंने सलाह दी थी कि सिर्फ हिंदी प्राध्यापको को हिंदी तकनीक से परिचित कराने के लिए वे refresher , orientation  या short term कोर्स शुरू करें और उसकी कार्यशाला देशभर के विश्वविद्यालयों मे लगाएँ । इसपर उनकी सहमति तो है लेकिन उन्हे हिंदी तकनीक से जुड़े करीब 80 लोगों के नाम और संपर्क सूत्र चाहिए जिन्हे वे resource person के रूप मे बुला सकें । ये वो लोग हों जो बता सकें कि 
  1. कम्प्युटर कैसे शुरू करें 
  2. कम्प्युटर पे हिंदी टंकण कैसे करें 
  3. हिंदी में मेल कैसे भेजें 
  4. हिंदी से जुड़े साफ्ट व्येर की जानकारी 
  5. हिंदी में पावर पॉइंट बनाना 
  6. हिंदी ब्लाग बनाना 
हिंदी अध्ययन - अध्यापन में  तकनीक का उपयोग  और ऐसी ही बड़ी बुनियादी जानकारी दे सक्ने वाले लोग । 
 इस सूची को  पूरा करने में आप सभी का सहयोग लगेगा । 
कृपया इस शैक्षणिक कार्य में मेरी सहायता करें । 

डॉ मनीष कुमार मिश्रा 

Sunday, 11 March 2012

Hindi blogging national seminar a great success





Hindi blogging national seminar a great success

KM Agrawal College in Kalyan conducts a first-ever two-day seminar on Hindi blogging that has all-India participation

Dr Sunil Sharma Kalyan
Posted On Saturday, December 17, 2011 at 02:15:37 PM
Manish Mishra is still beaming. The bespectacled, soft-spoken professor of Hindi literature and criticism working in K M Agrawal College, Kalyan west, had every reason to be extra happy these days. He was chiefly instrumental in the planning, conduct and success of a two-day national –level UGC (University Grant Commission)-sponsored seminar on Hindi blogging, the first-ever in the nation so far.

“It was the first such seminar on blogging in Hindi with pan-India character, supported by the UGC via its financial aid for it. My college management and principal provided full leadership and other help in its overall success,” claimed the baby-faced young poet and stage anchor of many soirees in Kalyan.

The event was spread out in a total of six gripping technical sessions from mornings till evenings on December 9-10 that were held in the library of the college. Many reputed bloggers from across India participated and many presented their views on the new mode of communication, its achievements and possibilities.

“The two-day event was inaugurated by the well-known poet Damodar Khadse, the working president of Hindi Sahitya Akademi of Maharashtra state. He spoke on the wonderful medium of blogging and its immense possibilities in to-day’s IT-driven age. There were addresses by other speakers from the field like Ravi Ratlami, Vijay Pandit, Vidya Bindu Singh and Ramji Tiwari, among others,” said Mishra who compered the full event in his inimitable style.

The welcome address was given by the college principal, Dr Anita Manna. The other highlights of the programme were the release of a book edited by Manish Mishra on Hindi blogging and the webcasting of all the sessions live on the internet.

The webcasts were watched by thousands of people across the countries in the world, thus making it a unique web-enabled literary programme of great intellectual value to the internet-users, general viewers and regular surfers,” believed Mishra. Buoyed by the good critical response, Mishra plans to hold more such academic exercises in coming years as well.

Saturday, 10 March 2012

द्विदिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद हेतु निमन्त्रण


द्विदिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद हेतु निमन्त्रण

सेवां मे
प्राचार्य / अध्यक्ष
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महोदय / महोदया.
      आपको सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि बिडला महाविद्यालय, कल्याण एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के संयुक्त तत्वावधान मे 30 एवं 31 मार्च 2012 को समकालीन हिंदी कहानीः विविध विमर्श विषय पर द्विदिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद का आयोजन किया गया है। इस राष्ट्रीय परिसंवाद में आप सादर आमंत्रित हैं।
      इस परिसंवाद में समकालीन हिंदी कहानी (1990 के बाद) में व्यक्त विविध विमर्शों पर विचार किया जायेगा। उक्त कालखंड की कहानियों एवं कहानीकारों की दृष्टि और वर्ण्यवस्तु को स्पष्ट करना भी इस परिसंवाद का उद्देश्य होगा। विषय की व्यापकता को ध्यान में रखते हुए चर्चा हेतु निर्धारित कुछ बिंदु इस प्रकार हैः
  1. समकालीन हिंदी कहानी में ग्रामीण जन जीवन, 2. समकालीन हिंदी कहानी में महानगरीय परिवेश, 3. समकालीन हिंदी कहानी में स्त्री विमर्श, 4. समकालीन हिंदी कहानी में दलित विमर्श, 5. समकालीन हिंदी कहानी में साम्प्रदायिकता विमर्श, 6. समकालीन हिंदी कहानी में बाजारवाद, 7. समकालीन हिंदी कहानी में वैश्वीकरण, 8. समकालीन हिंदी कहानी में आदिवासी विमर्श, 9. समकालीन हिंदी कहानी में विस्थापन की समस्या, 10. समकालीन हिंदी कहानी और नक्सलवाद, 11. समकालीन हिंदी कहानी में व्यवस्था विरोध,          12. समकालीन प्रवासी हिंदी कहानी और कहानीकार 
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इसके अतिरिक्त निम्नलिखित कहानीकारों के सन 1990 के बाद प्रकाशित कहानी संग्रह भी चर्चा के केन्द में रखे जा सकते हैं -
1)      सूर्यबाला, २) जितेन्द्र भाटिया, 3) सुधा अरोडा, 4) मोहनदास नैमिषराय, 5) ओमप्रकाश वाल्मीकि, 6) तेजिन्दर, 7) रणेन्द्र, 8) अखिलेश, 10) नीलाक्षी सिंह, 11) मैत्रेयी पुष्पा, 12) मनीषा कुलश्रेष्ठ, 13) असगर वजाहत, 14) मधु काँकरिया, 15) उदय प्रकाश, 16) नासिरा शर्मा, 17) गीत चतुर्वेदी, 18) संजीव, 19) चंदन पाण्डेय, 20) कुणाल सिंह, 21) अनामिका, 22) अलका सरावगी, 23) अल्पना मिश्र, 24) प्रत्यक्षा, 25) एस.आर. हरनोट, 26) शिवमूर्ति, 27) चंद्रकिशोर जायसवाल, 28) भगवान दास मोरवाल, 29) संजय खाती, 30) हरियश राय, 31) ममता कालिया, 32) ओमा शर्मा, 33) विद्या बिंदु सिंह, 34) प्रियंवद, 35) चित्रा मुदगल, 36) पंकज बिष्ट, 37) अमरकांत, 38) दामोदर खडसे, 39) राजी सेठ आदि।
प्रपत्र प्रस्तुत करने वाले सभी प्राध्यापकों से सादर अनुरोध है कि उपर्युक्त में से किसी एक विषय पर अपना शोध प्रपत्र तैयार करके नीचे दिये गये ईमेल तथा डाक व्दारा भेजने के साथ साथ इस राष्ट्रीय परिसंवाद में उपस्थित होकर हमें अनुगृहीत करें।
प्रपत्र भेजने की अंतिम तिथि 25 मार्च 2012


कोरियर / डाक व्दारा अध्यक्ष                            परिसंवाद का समय एवं स्थान
                   हिंदी विभाग,                         प्रातः 10.00 बजे
                   बिडला महाविद्यालय,                  सेमिनार हॉल, आई. टी. बिल्डींग,
                   कल्याण (प.) 421 304              बिडला महाविद्यालय,कल्याण (प.)

धन्यवाद सहित

भवदीय,


संयोजकः-                                                                                                              प्राचार्य
डॉ. बालकवि सुरंजे 8080367507                                                                        (डॉ. नरेशचंद्र)
डॉ. श्यामसुन्दर पाण्डेय - 9820114571







पंजीकरण पत्र

बिडला महाविद्यालय, कल्याण एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के संयुक्त तत्वावधान में 30 एवं 31 मार्च 2012 को समकालीन हिंदी कहानीः विविध विमर्श विषय पर द्विदिवसीय राष्ट्रीय परिसंवाद हेतु पंजीकरणः-

नाम                     ------------------------------------------------------------------

                                                           
मोबाइल एवं फोन नंबर ------------------------------------

महाविद्यालय का पता            ------------------------------------------------------------------

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निवास की सुविधा चाहिए  /   नहीं चाहिए

समय एवं स्थान           प्रातः 10.00 बजे
                        सेमिनार हॉल, आई. टी. बिल्डींग,
                        बिडला महाविद्यालय, कल्याण (प)

सूचनाः- सहभागियों से अनुरोध है कि यह पंजीकरण पत्र भरकर निम्नलिखित पते
       पर शीघ्र भेजने की कृपा करें।
पंजीकरण शुल्क  - चार सौ रूपये।

डॉ. बालकवि सुरंजे
    अध्यक्ष हिन्दी विभाग
     बिडला महाविद्यालय,
     बिडला कॉलेज रोड,
    कल्याण (प.) 421 304

मोबाईल नंबर 8080367507
              9820114571

जितना तनहा रहा

जितना तनहा रहा, उतना तेरे साथ रहा
 वरना कब मेरे हांथ में , तेरा हांथ रहा ।

दुश्वारियों के बीच, मुकद्दर बनाता रहा 
 तब तलक,  जब तक कि तेरा साथ रहा ।

vishav mahila parivar

अमरकांत : जन्म शताब्दी वर्ष

          अमरकांत : जन्म शताब्दी वर्ष डॉ. मनीष कुमार मिश्रा प्रभारी – हिन्दी विभाग के एम अग्रवाल कॉलेज , कल्याण पश्चिम महार...