Monday, 15 May 2023

आधी मोहब्बत का पूरा किस्सा/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

लगा दो मन पर तन का ग्रहण/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

कल वह रात भर जागी थी/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

लड़ते हैं लेकिन भरोसा बना रहता है/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

यह अफसाना कितना अपना है/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

कोहरे में छनकर धूप उतर आई/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

चांद दूर है तो क्या। ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

ताशकंद – एक शहर रहमतों का” : सांस्कृतिक संवाद और काव्य-दृष्टि का आलोचनात्मक अध्ययन

✦ शोध आलेख “ताशकंद – एक शहर रहमतों का” : सांस्कृतिक संवाद और काव्य-दृष्टि का आलोचनात्मक अध्ययन लेखक : डॉ. मनीष कुमार मिश्र समीक्षक : डॉ शमा ...