Sunday, 13 September 2015

हिंदी दिवस पर विशेष ह

हिन्दी का माह आ गया है।  अपने देश भारत में सितंबर माह आते ही हिंदी का गुणगान दुगुने उत्साह से आरम्भ हो जाता है। हिंदी दिवस से लेकर हिंदी सप्ताह, पखवाड़ा और माह तक मनाया जाता है। चलिए, इस बार हिंदी के कुछ प्रथमों के बारे में जानते हैं।


1. हिन्दी में प्रथम डी. लिट् -- डा. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल
2. हिंदी के प्रथम एमए -- नलिनी मोहन साव्न्याल (वे बांग्लाभाषी थे।)
3. भारत में पहली बार हिंदी में एमए की पढ़ाई -- कोलकाता विश्वविद्यालय में कुलपति सर आशुतोष मुखर्जी ने 1919 में  शुरू करवाई थी।
4. विज्ञान में शोधप्रबंध हिंदी में देने वाले प्रथम विद्यार्थी -- मुरली मनोहर जोशी
5. अन्तरराष्ट्रीय संबन्ध पर अपना शोधप्रबंध लिखने वाले प्रथम व्यक्ति -- वेद प्रताप वैदिक
6. हिंदी में बी.टेक. का प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत करने वाले प्रथम विद्यार्थी - श्याम रुद्र पाठक (सन् १९८५)
7. डॉक्टर आफ मेडिसिन (एमडी) की शोधप्रबन्ध पहली बार हिन्दी में प्रस्तुत करने वाले -- डॉ० मुनीश्वर गुप्त (सन् १९८७)
8. हिन्दी माध्यम से एल.एल.एम. उत्तीर्ण करने वाला देश का प्रथम विद्यार्थी -- चन्द्रशेखर उपाध्याय
9. प्रबंधन क्षेत्र में हिन्दी माध्यम से प्रथम शोध-प्रबंध के लेखक -- भानु प्रताप सिंह (पत्रकार) ; विषय था -- उत्तर प्रदेश प्रशासन में मानव संसाधन की उन्नत प्रवत्तियों का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन- आगरा मंडल के संदर्भ में
10. हिन्दी का पहला इंजीनियर कवि -- मदन वात्स्यायन
11. हिन्दी में निर्णय देने वाला पहला न्यायधीश -- न्यायमूर्ति श्री प्रेम शंकर गुप्त
12. सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली में हिन्दी के प्रथम वक्ता -- नारायण प्रसाद सिंह (सारण-दरभंगा ; 1926)
13. लोकसभा में सबसे पहले हिन्दी में सम्बोधन : सीकर से रामराज्य परिषद के सांसद एन एल शर्मा पहले सदस्य थे जिन्होने पहली लोकसभा की बैठक के प्रथम सत्र के दूसरे दिन 15 मई 1952 को हिन्दी में संबोधन किया था।
14. हिन्दी में संयुक्त राष्ट्र संघ में भाषण देने वाला प्रथम राजनयिक -- अटल बिहारी वाजपेयी
15. हिन्दी का प्रथम महाकवि -- चन्दबरदाई
16. हिंदी का प्रथम महाकाव्य -- पृथ्वीराजरासो
17. हिंदी का प्रथम ग्रंथ -- पुमउ चरउ (स्वयंभू द्वारा रचित)
18. हिन्दी का पहला समाचार पत्र -- उदन्त मार्तण्ड (पं जुगलकिशोर शुक्ल)
19. हिन्दी की प्रथम फ़िल्मी पत्रिका -रंगभूमि
20. सबसे पहला हिन्दी-आन्दोलन : हिंदीभाषी प्रदेशों में सबसे पहले बिहार प्रदेश में सन् 1835 में हिंदी आंदोलन शुरू हुआ था। इस अनवरत प्रयास के फलस्वरूप सन् 1875 में बिहार में कचहरियों और स्कूलों में हिंदी प्रतिष्ठित हुई।
21. समीक्षामूलक हिन्दी का प्रथम मासिक -- साहित्य संदेश (आगरा, सन् 1936 से 1942 तक)
22. हिन्दी का प्रथम आत्मचरित -- अर्धकथानक (कृतिकार हैं -- जैन कवि बनारसीदास (कवि) (वि.सं. १६४३-१७००))
23. हिन्दी का प्रथम व्याकरण -- 'उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण' (दामोदर पंडित)
24. हिन्दी व्याकरण के पाणिनी -- किशोरीदास वाजपेयी
25. हिन्दी का प्रथम मानक शब्दकोश -- हिंदी शब्दसागर
26. हिन्दी का प्रथम विश्वकोश -- हिन्दी विश्वकोश
27. हिन्दी का प्रथम कवि -- राहुल सांकृत्यायन की हिन्दी काव्यधारा के अनुसार हिन्दी के सबसे पहले मुसलमान कवि अमीर खुसरो नहीं, बल्कि अब्दुर्हमान हुए हैं। ये मुलतान के निवासी और जाति के जुलाहे थे। इनका समय १०१० ई० है। इनकी कविताएँ अपभ्रंश में हैं। -(संस्कृति के चार अध्याय, रामधारी सिंह दिनकर, पृष्ठ ४३१)
28. हिन्दी की प्रथम आधुनिक कविता -- 'स्वप्न' (महेश नारायण द्वारा रचित)
29. मुक्त छन्द का पहला हिन्दी कवि -- महेश नारायण
30. हिन्दी की प्रथम कहानी -- हिंदी की सर्वप्रथम कहानी कौनसी है, इस विषय में विद्वानों में जो मतभेद शुरू हुआ था वह आज भी जैसे का तैसा बना हुआ है. हिंदी की सर्वप्रथम कहानी समझी जाने वाली कड़ी के अर्न्तगत सैयद इंशाअल्लाह खाँ की 'रानी केतकी की कहानी' (सन् 1803 या सन् 1808), राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद की 'राजा भोज का सपना' (19 वीं सदी का उत्तरार्द्ध), किशोरी लाल गोस्वामी की 'इन्दुमती' (सन् 1900), माधवराव सप्रे की 'एक टोकरी भर मिट्टी' (सन् 1901), आचार्य रामचंद्र शुक्ल की 'ग्यारह वर्ष का समय' (सन् 1903) और बंग महिला की 'दुलाई वाली' (सन् 1907) नामक कहानियाँ आती हैं | परन्तु किशोरी लाल गोस्वामी द्वारा कृत 'इन्दुमती' को मुख्यतः हिंदी की प्रथम कहानी का दर्जा प्रदान किया जाता है|
31. हिन्दी का प्रथम लघुकथाकार-माधवराव सप्रे
32. हिन्दी का प्रथम उपन्यास -- 'देवरानी जेठानी की कहानी' (लेखक -- पंडित गौरीदत्त ; सन् १८७०)। श्रद्धाराम फिल्लौरी की भाग्यवती और लाला श्रीनिवास दास की परीक्षा गुरू को भी हिन्दी के प्रथम उपन्यस होने का श्रेय दिया जाता है।
33. हिंदी का प्रथम विज्ञान गल्प -- ‘आश्चर्यवृत्तांत’ (अंबिका दत्त व्यास ; 1884-1888)
34. हिंदी का प्रथम नाटक -- नहुष (गोपालचंद्र, १८४१)
35. हिंदी का प्रथम काव्य-नाटक -- ‘एक घूँट’ (जयशंकर प्रसाद ; 1915 ई.)
36. हिन्दी का प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता -- सुमित्रानंदन पंत (१९६८)
37. हिन्दी साहित्य का प्रथम इतिहास -- भक्तमाल / इस्त्वार द ल लितरेत्यूर ऐन्दूई ऐन्दूस्तानी (अर्थात "हिन्दुई और हिन्दुस्तानी साहित्य का इतिहास", लेखक गार्सा-द-तासी)
38. हिन्दी कविता के प्रथम इतिहासग्रन्थ के रचयिता -- शिवसिंह सेंगर ; रचना -- शिवसिंह सरोज
39. हिन्दी साहित्य का प्रथम व्यवस्थित इतिहासकार -- आचार्य रामचंद्र शुक्ल
40. हिन्दी का प्रथम चलचित्र (मूवी) -- सत्य हरिश्चन्द्र
41. हिन्दी की पहली बोलती फिल्म (टाकी) -- आलम आरा
42. हिन्दी का अध्यापन आरम्भ करने वाला प्रथम विश्वविद्यालय -- कोलकाता विश्वविद्यालय (फोर्ट विलियम् कॉलेज)
43. देवनागरी के प्रथम प्रचारक -- गौरीदत्त
44. हिन्दी का प्रथम चिट्ठा (ब्लॉग) -- "हिन्दी" चिट्ठे 2002 अकटूबर में विनय और आलोक ने हिन्दी (इस में अंग्रेज़ी लेख भी लिखे जाते हैं) लेख लिखने शुरू करे, 21 अप्रैल 2003 में सिर्फ हिन्दी का प्रथम चिट्ठा बना "नौ दो ग्यारह", जो अब यहाँ है (संगणकों के हिन्दीकरण से सम्बन्धित बंगलोर निवासी आलोक का चिट्ठा)
45. हिन्दी का प्रथम चिट्ठा-संकलक -- चिट्ठाविश्व (सन् २००४ के आरम्भ में बनाया गया था)
46. अन्तरजाल पर हिन्दी का प्रथम समाचारपत्र -- हिन्दी मिलाप / वेबदुनिया
47. हिन्दी का पहला समान्तर कोश बनाने का श्रेय -- अरविन्द कुमार व उनकी पत्नी कुसुम
48. हिन्दी साहित्य का प्रथम राष्ट्रगीत के रचयिता -- पं. गिरिधर शर्मा ’नवरत्न‘
49. हिंदी का प्रथम अर्थशास्त्रीय ग्रंथ -- "संपत्तिशास्त्र" (महावीर प्रसाद द्विवेदी)
50. हिन्दी के प्रथम बालसाहित्यकार -- श्रीधर पाठक (1860 - 1928)
51. हिन्दी की प्रथम वैज्ञानिक पत्रिका -- सन् १९१३ से प्रकाशित विज्ञान (विज्ञान परिषद् प्रयाग द्वारा प्रकाशित)
52. सबसे पहली टाइप-आधारित देवनागरी प्रिंटिंग -- 1796 में गिलक्रिस्त (John Borthwick Gilchrist) की Grammar of the Hindoostanee Language, Calcutta ; Dick Plukker
53. खड़ीबोली के गद्य की प्रथम पुस्तक -- लल्लू लाल जी की प्रेम सागर (हिन्दी में भागवत का दशम् स्कन्ध) ; हिन्दी गद्य साहित्य का सूत्रपात करनेवाले चार महानुभाव कहे जाते हैं- मुंशी सदासुख लाल, इंशा अल्ला खाँ, लल्लू लाल और सदल मिश्र। ये चारों सं. 1860 के आसपास वर्तमान थे।
54. हिंदी की वैज्ञानिक शब्दावली -- १८१० ई. में लल्लू लाल जी द्वारा संग्रहीत ३५०० शब्दों की सूची जिसमें हिंदी की वैज्ञानिक शब्दावली को फ़ारसी और अंग्रेज़ी प्रतिरूपों के साथ प्रस्तुत किया गया है।
55. हिन्दी की प्रथम विज्ञान-विषयक पुस्तक -- १८४७ में स्कूल बुक्स सोसाइटी, आगरा ने 'रसायन प्रकाश प्रश्नोत्तर' का प्रकाशन किया।
56. एशिया का जागरण विषय पर हिन्दी कविता -- सन् 1901 में राधाकृष्ण मित्र ने हिन्दी में एशिया के जागरण पर एक कविता लिखी थी। शायद वह किसी भी भाषा में 'एशिया के जागरण' की कल्पना पर पहली कविता है।
57. हिन्दी का प्रथम संगीत-ग्रन्थ -- मानकुतूहल (ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर द्वारा रचित, 15वीं शती)
58. हिंदी भाषा का सबसे बड़ा और प्रामाणिक व्याकरण -- कामताप्रसाद गुरु द्वारा रचित "हिंदी व्याकरण" का प्रकाशन सर्वप्रथम नागरीप्रचारिणी सभा, काशी में अपनी लेखमाला में सं. १९७४ से सं. १९७६ वि. के बीच किया और जो सं. १९७७ (१९२० ई.) में पहली बार सभा से पुस्तकाकार रूप में प्रकाशित वव
हुआ।
59. हिन्दी में इंटरव्यूह विधा पर पहला शोध करने वाले- डा. विष्णु पंकज

Saturday, 5 September 2015

वन रैंक वन पेंशन की मांग

http://www.bbc.com/hindi/india/2015/09/150905_defence_minister_orop_sdp?ocid=socialflow_facebook
रक्षा मंत्री Manohar Parrikar ने कहा कि सरकार ने चार दशकों से अटकी वन रैंक वन पेंशन को मंजूर कर लिया है।

अखिल भारतीय लेखक मिलन शिविर

प्रविष्टियाँ आमंत्रित
अखिल भारतीय लेखक मिलन शिविर
कहानी लेखन महाविद्यालय एवं शुभ तारिका मासिक पत्रिका, अंबाला छावनी (हरियाणा) के संस्थापक-निदेशकनवलेखकों के मार्गदर्शक डॉ. महाराज कृष्ण जैन की 15वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी द्वारा 28 मई 2016 से 30 मई 2016 तक तीन दिवसीय अखिल भारतीय लेखक मिलन  शिविर का आयोजन मेघालय की राजधानी शिलांग में किया जा रहा है। डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान (51),  केशरदेव गिनिया देवी बजाज स्मृति सम्मान (5), जीवनराम मुंगी देवी गोयनका स्मृति सम्मान(5) एवं जे. एन. बावरी स्मृति सम्मान (5)  ग्रहण करने हेतु लेखक-कवि तथा हिंदी के क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारी एवं अधिकारी, समाज सेवी एवं पर्यटन के इच्छुक नागरिकों से उनके योगदान का विवरण, पूरा पता, किसी एक प्रकाशित रचना की फोटो कॉपी, प्रकाशित पुस्तक (यदि हो), डाक से, किसी कूरियर से नहीं, एवं पंजीकरण शुल्क 200/-(मल्टी सिटी चेक द्वारा PURVOTTAR HINDI ACADEMYके नाम से)  आगामी 31 दिसम्बर 2015 तक सचिव, पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, पो. रिन्जा, शिलांग 793006 (मेघालय) Secretary, Purvottar Hindi Academy, Po. Rynjah, Shillong 793006 (Meghalaya) के पते पर आमंत्रित है।  मोबाइल-09774286215 (On emergency only),http://purvottarhindiacademy.blogspot.com

पंडित विश्व मोहन भट्ट 07 - 08 सितंबर 2015 को इलाहाबाद में

http://www.vishwamohanbhatt.in/about_vmbhatt.html

Creator of the MOHAN VEENA and the winner of the GRAMMY AWARD, Vishwa Mohan has mesmerized the world with his pristine pure, delicate yet fiery music. It is due to Vishwa's maiden mega effort that he rechristened guitar as MOHAN VEENA, his genius creation and has established it at the top most level in the mainstream of Indian Classical Music scenario, thereby proving the essence of his name VISHWA (meaning the world) and MOHAN (meaning charmer) and indeed , a world charmer he is.
Being the foremost disciple of Pt. Ravi Shankar, Vishwa Mohan belongs to that elite body of musicians which traces its origin to the Moughal emperor Akbar's court musician TANSEN and his guru the Hindu Mystic Swami Haridas.
Vishwa Mohan Bhatt has attracted international attention by his successful indianisation of the western Hawaiian guitar with his perfect assimilation of sitar, sarod & veena techniques, by giving it a evolutionary design & shape and by adding 14 more strings helping him to establish the instrument MOHAN VEENA to unbelievable heights. With blinding speed and faultless legato, Bhatt is undoubtedly one of the most expressive, versatile and greatest slide player s in the world.

सनी लियोन का सही बयान ।

बॉलीवुड अभिनेत्री सनी लियोन ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव अतुल कुमार अंजान के बयान पर दो टूक प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राजनीति में शामिल लोगों को उन पर अपना समय व्यर्थ नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने समय का उपयोग करना चाहिए। सनी ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा, "दुख होता है जब राजनीति में शामिल लोग अपना समय और ऊर्जा मुझ पर बर्बाद करते हैं, इसकी बजाय उन्हें जरूरत मंद लोगों की मदद करनी चाहिए।"
http://www.deshbandhu.co.in/newsdetail/251059/1/19#.VepfltKqqkp 
https://www.google.co.in/search? q=sunny+leone+wallpaper+240x320&authuser=0&biw=1024&bih=667&site=webhp&tbm=isch&tbo=u&source=univ&sa=X&ved=0CC4QsARqFQoTCIfvyab43scCFRcFjgodrNcAXA से चित्र साभार ।

ugc link for notices

Published on 04/09/2015
2.Published on 01/09/2015
UGC Notice reg.: List of Selected Candidates for Dr. Ambedkar Foundation's Study Tour to UK and USA
3.Published on 01/09/2015
4.Published on 28/08/2015
5.Published on 25/08/2015
6.Published on 21/08/2015

शिक्षक

एक औसत दर्जे का शिक्षक बताता है. एक अच्छा शिक्षक समझाता है. एक बेहतर शिक्षक कर के दिखाता है. एक महान शिक्षक प्रेरित करता है. - विलियम आर्थर वार्ड.आज शिक्षक दिवस है । 
शिक्षक का एक महान गुण है समझाना । वह समझा तो सकता है लेकिन समझ नहीं सकता । हम उन शिक्षकों से आशीर्वाद चाहते हैं जो समझने का हुनर भी रखते हैं ।शिक्षक कभी उम्र से बंधा नहीं रहता है, कभी रिटायर नहीं होता । शिक्षक कुम्हार की तरह हमारे जीवन की मिट्टी को संवारकर सही रूप देता है । 
शिक्षक की सिखाई बातें उम्र भर याद रहती हैं, हर सफल व्यक्ति के पीछे उसके शिक्षक का हाथ ज़रूर होता है।शिक्षक में दो गुण निहित होते हैं – एक जो आपको डरा कर नियमों में बाँधकर एक सटीक इंसान बनाते हैं और दूसरा जो आपको खुले आसमा में छोड़ कर आपको मार्ग प्रशस्त करते जाते हैं । 
जन्म दाता से ज्यादा महत्व शिक्षक का होता हैं क्यूंकि ज्ञान ही व्यक्ति को इंसान बनाता हैं जीने योग्य जीवन देता हैं |एक शिक्षक किताबी ज्ञान देता हैं, एक आपको विस्तार समझाता हैं एक स्वयं कार्य करके दिखाता हैं और एक आपको रास्ता दिखाकर आपको उस पर चलने के लिए छोड़ देता हैं ताकि आप अपना स्वतंत्र व्यक्तित्व बना सके |
 यह अंतिम गुण वाला शिक्षक सदैव आपके भीतर प्रेरणा के रूप में रहता हैं जो हर परिस्थिती में आपको संभालता हैं आपको प्रोत्साहित करता हैं |आज के प्रतिस्पर्धा के समय में आपका विरोधी ही आपका सबसे अच्छा शिक्षक हैं |एक बेहतर शिक्षक सफलता का चढ़ाव नहीं अपितु असफलता का ढलान हैं |
जो असफल होकर निचे गिरते हैं वास्तव में वही शिक्षित होते हैं क्यूंकि जब वे वापस अपना नया रास्ता बनाते हैं उन्हें आतंरिक भय नहीं सताता |किसी शिष्य को उसके वास्तविक गुणों एवम अवगुणों से उसका परिचय करवाना ही एक सच्चे शिक्षक का परिचय हैं |
हर किसी की सफलता की नींव में एक शिक्षक की भूमिका अवश्य होती हैं | बिना प्रेरणा के किसी भी ऊँचाई तक पहुंचना असम्भव हैं |हम अपने जीवन के लिए माता पिता के ऋणी होते हैं लेकिन एक अच्छे व्यक्तित्व के लिए हम एक शिक्षक के ऋणी होते हैं |वक्त का हर एक लम्हा शिक्षा देता हैं वास्तव में समय एवम अनुभव ही हमारे प्राकृतिक शिक्षक हैं |माँ ही जीवन की वास्तविक शिक्षिका होती हैं क्यूंकि वही हमें करुण एवम आदर का भाव देती हैं | यही भाव सीखने की कला विकसित करते हैं |शिक्षक स्वयम कभी बुलंदियों पर नहीं पहुँचते लेकिन बुलंदियों पर पहुँचने वालो को शिक्षक ही निर्मित करते हैं |
किसी महान देश को महान बनाने के लिए माता पिता एवम शिक्षक ही ज़िम्मेदार होते हैं |

ताशकंद के इन फूलों में

  ताशकंद के इन फूलों में केवल मौसम का परिवर्तन नहीं, बल्कि मानव जीवन का दर्शन छिपा है। फूल यहाँ प्रेम, आशा, स्मृति, परिवर्तन और क्षणभंगुरता ...