साहित्य, संस्कृति और कला का समग्र मासिक | |
कवितायें | |
1. | मधुवेश: |
2. | सेर्गेई एसेनिन: रूसी कविता का अमर लोकगायक : उमा |
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आलेख | |
3 | हुसैन प्रसंग : प्रभु जोशी |
4. | सब कुछ पूछो यह मत पूछो आम आदमी कैसा है : अविनाश |
. | उपन्यास |
वजह बेगानगी नहीं मालूम : विनोद कुमार श्रीवास्तव | |
संस्मरण | |
5. | अज्ञेय के तीन पत्र राजेन्द्र मिश्र के नाम |
कहानियां | |
6. | साक्षी : संजीव कुमार |
7. | नाइजीरियाई कहानी : नाम में क्या धरा है: काची ए. ओजुम्बा |
8. | अपने-अपने डर : नवरत्न पांडे |
9. | साड़ू : : हरदर्शन सहगल |
10 | सन् 1945 का एक रविवार : प्रभाकर चौबे |
11 | तल-घर : दीपक शर्मा |
12 | शहादत दिलाने वाले : सआदत हसन मंटो |
दलित प्रश्न | |
13. | केरल में दलित, दलित आन्दोलन और दलित साहित्य : बजरंग बिहारी तिवारी |
रंगमंच | |
14. | महाभोज की पहली प्रस्तुति : देवेन्द्र राज अंकुर |
15. | लोक से सम्बन्धों की पड़ताल : हृषीकेश सुलभ |
प्रसंगवश | |
व्यक्तिगत और राजनैतिक-एक विचार यात्रा : अर्चना वर्मा | |
समीक्षा | |
16. | असुर समुदाय के संघर्ष की अपूर्व दास्तान : संतोष दीक्षित |
17 | संभावनाओं को आमंत्रण : मनोज कुमार |
स्वातंत्रयोतर भारत का भावात्मक विकास : अमिताभ राय | |
सम्वाद-प्रतिवाद | |
18. | कुछ सुरझावन हारी कुछ उरझावन हारी : रवीन्द्र त्रिपाठी |
यायावर की डायरी | |
19. | लागी सो ही जाणे : सत्यनारायण |
कवियन की वार्ता | |
20. | मैं आपको गाली दूंगा : विश्वनाथ त्रिपाठी |
लघुकथा | |
21. | लघुकथा झगड़ालू बहू : हरदर्शन सहगल |
गतिविधियाँ | |
22. | साहित्यिक-सामाजिक गतिविधियां |
अनुगूंज | |
23. | पाठकों के पत्र |
Friday 12 November 2010
kathadesh on internet
Tuesday 9 November 2010
Monday 8 November 2010
हिंदी ब्लॉग्गिंग पे राष्ट्रीय संगोष्ठी
हिंदी ब्लॉग्गिंग पे राष्ट्रीय संगोष्ठी :-
मित्रों यु.जी.सी. और अपने महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में मैं एक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने का मन बना रहा हूँ. जिसका विषय होगा हिंदी ब्लॉग्गिंग :स्वरूप ,व्याप्ति और संभावनाएं .
इस आयोजन के पीछे जो मुख्य बिंदु हैं ,वे हैं
* हिंदी ब्लॉग्गिंग क़ी गतिविधियों से प्राध्यापक जगत को जोड़ना .
* ब्लागर्स और प्राध्यापकों का बीच सम्बन्ध स्थापित करना .
* ब्लॉग्गिंग पर किताब प्रकाशित करने क़ी सम्भावना पर चर्चा करना .
* हिंदी साहित्य क़ी एक विधा के रूप में हिंदी ब्लॉग्गिंग क़ी स्थिति को देखना .
* हिंदी ब्लॉग्गिंग पर शोध कार्यों क़ी संभावनाएं तलाशना .
* अध्ययन -अध्यापन में ब्लॉग क़ी भूमिका तलाशना .
आप लोगों क़ी इस बारें में क्या राय है. यदि आप इस संगोष्ठी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो कृपया संपर्क करें .
डॉ. मनीष कुमार मिश्रा
९३२४७९०७२६
मित्रों यु.जी.सी. और अपने महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में मैं एक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने का मन बना रहा हूँ. जिसका विषय होगा हिंदी ब्लॉग्गिंग :स्वरूप ,व्याप्ति और संभावनाएं .
इस आयोजन के पीछे जो मुख्य बिंदु हैं ,वे हैं
* हिंदी ब्लॉग्गिंग क़ी गतिविधियों से प्राध्यापक जगत को जोड़ना .
* ब्लागर्स और प्राध्यापकों का बीच सम्बन्ध स्थापित करना .
* ब्लॉग्गिंग पर किताब प्रकाशित करने क़ी सम्भावना पर चर्चा करना .
* हिंदी साहित्य क़ी एक विधा के रूप में हिंदी ब्लॉग्गिंग क़ी स्थिति को देखना .
* हिंदी ब्लॉग्गिंग पर शोध कार्यों क़ी संभावनाएं तलाशना .
* अध्ययन -अध्यापन में ब्लॉग क़ी भूमिका तलाशना .
आप लोगों क़ी इस बारें में क्या राय है. यदि आप इस संगोष्ठी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो कृपया संपर्क करें .
डॉ. मनीष कुमार मिश्रा
९३२४७९०७२६
Sunday 7 November 2010
Atal Bihari Vajpayee ji ki 'Bharat' Kavita
Former Prime Minister of India - Shree Atal Bihari Vajpayeeji's poem in Hindi about 'Apna Bharat desh' at one of the functions....its just an excerpt of his fantastic poem.....just listen, how the words and the meaning create magic and had spectators spellbound...
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उज़्बेकी कोक समसा / समोसा
यह है कोक समसा/ समोसा। इसमें हरी सब्जी भरी होती है और इसे तंदूर में सेकते हैं। मसाला और मिर्च बिलकुल नहीं होता, इसलिए मैंने शेंगदाने और मिर...
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अमरकांत की कहानी -जिन्दगी और जोक : 'जिंदगी और जोक` रजुआ नाम एक भिखमंगे व्यक्ति की कहानी है। जिसे लेखक ने मुहल्ले में आते-ज...