ONLINE HINDI JOURNAL
Friday, 23 July 2010
ढहता रहा जहाँ , मेरा विश्वास देखते रहे /
कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे
ऐ जिंदगी तेरा खुमार देखते रहे
जलजला गुजर रहा
भूमि पे जहां हैं खड़े
ढहता रहा जहाँ मेरा
विश्वास देखते रहे
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