सहमे पत्ते खिले फूल हैं
महका गुलशन मौसम नम
खिलता चेहरा आखें रिक्त
रुंधा गला बातों मे सख्त
थाली सजी पूजा के फूल
सुखा पत्ता पैर की धुल
खुशियों का मौसम गम की चिंगारी
सीने में सिमटी बाहें वो प्यारी
सहमे पत्ते खिले फूल हैं
महका गुलशन मौसम नम
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