Thursday, 1 June 2023

जो भी लगा काम का उससे रिश्ता बना लिया

 














जो भी लगा काम का उससे रिश्ता बना लिया

खुदगर्जी में खुद को कितना सस्ता बना लिया।


मैंने कह दी जो सही बात तो बुरा मान गए हो

यूं ही नहीं तुम ने दूरियां आहिस्ता बना लिया।


यह तो निभाने की बात थी लेकिन जाने कैसे

रिश्तों को ही तुमने आगे का रास्ता बना लिया।


इस चकाचौंध वाली रंगीन जिंदगी के लिए ही 

तुम ने बाजार में दिल को गुलदस्ता बना लिया।


चांदी के चंद सिक्कों पर तुम इतने फ़िदा हुए

कि कमजर्फ लोगों को ही फरिश्ता बना लिया।


Dr Manish Kumar Mishra

Assistant professor

K.M. Agrawal College

 Kalyan west 

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