Saturday, 3 April 2021

पूर्वोत्तर भारत के सिक्किम राज्य से प्रकाशित होने वाली पत्रिका *कंचनजंघा* का अंक-2












 पूर्वोत्तर भारत के सिक्किम राज्य से प्रकाशित होने वाली पत्रिका *कंचनजंघा* का अंक-2 आपके समक्ष प्रस्तुत है। 379 पृष्ठों के इस अंक में कुल 55 लेखकों की रचनाशीलता को संकलित किया गया है। *अधिकतम रचनाएं/लेख पूर्वोत्तर भारत की भाषा, साहित्य एवं संस्कृति पर केंद्रित है।*  इस अंक की सार्थकता व गुणवत्ता का मूल्यांकन आप जैसे सुधि पाठक ही करेंगे। पत्रिका पर आपकी बहुमूल्य टिप्पणी अपेक्षित है।अवलोकन हेतु लिंक-


*http://www.kanchanjangha.in*


सादर!

डॉ. प्रदीप त्रिपाठी

(संपादक कंचनजंघा)

No comments:

Post a Comment

Share Your Views on this..

सनातन शब्द का पहला प्रयोग

"सनातन" शब्द का प्रयोग बहुत प्राचीन है और यह संस्कृत साहित्य में कई ग्रंथों में मिलता है। लेकिन अगर हम इसकी पहली उपस्थिति की बात क...