Wednesday, 17 May 2023

सरदार वल्लभ भाई पटेल पर संपादित पुस्तक














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फणीश्वरनाथ रेणु पर संपादित क़िताब

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Amezon लिंक 

डॉ मनीष कुमार मिश्रा का यू ट्यूब चैनल

 















डॉ मनीष कुमार मिश्रा के यू ट्यूब चैनल का निम्नलिखित लिंक है ।https://youtube.com/@manishmuntazir

इस यू ट्यूब चैनल पर आप डॉ मनीष कुमार मिश्रा की ग़ज़लों, कविताओं एवं रिकॉर्डेड व्याख्यानों को देख सुन सकते हैं। इस यू ट्यूब चैनल पर करीब 450 वीडियो अपलोड़ किए जा चुके हैं। 2000 से अधिक लोगों ने इस चैनल को सब्सक्राइब किया हुआ है। 




चाहता हूं मगर तुम्हें आवाज़ नहीं दे पाता।/ग़ज़ल/ डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

सिलसिले के लिए नई कहानी/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

तुम आते हो तो/ग़ज़ल/ डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

मुझसे रूठे हो क्यों?/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

तेरे इश्क़ को अपना सहारा करूंगा/ ग़ज़ल /डॉ मनीष कुमार मिश्रा/


 

कल रात ख़्वाब में/ ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

तुम कहती हो तो यकीन हो जाता है/ ग़ज़ल/ डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

बेनाम से कुछ रिश्तों के नाम/ग़ज़ल/ डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

तेरे गालों का गुलाल/ग़ज़ल/डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

Tuesday, 16 May 2023

मुख्तलिफ हवालों से ख़बर रखते हैं। /ग़ज़ल/ डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

तेरे हुस्न को इश्क का नजराना चाहिए

 तेरे हुस्न को इश्क का नजराना चाहिए

इतराओगे कैसे सामने आईना चाहिए।


उठाओ अपनी पलकों से नखरे उसके

मियां मेहनत करो यदि खज़ाना चाहिए।


जैसे शेर को सुनने का एक सलीका है 

वैसे ही सुनाने के लिए फसाना चहिए।


वैसे तो चोरी बुरी है तौबा करो लेकिन

मामला दिल का हो तो चुराना चाहिए।


न देखे पलट  तो तुम ही पलट जाओ

हक है तुम्हें थोड़ा तो इतराना चाहिए।


हो सकता है वो मिलते ही गले लगा ले 

सो मिलने जाने से पहले नहाना चाहिए।


इश्क की राहों में इतना संभलना कैसा

मौका मिले तो तुरंत फिसलना चाहिए।


तुम्हें मुबारक हों बुतखाने दुनियावालों

शाम ढलते ही हमको मयखाना चाहिए।


उनकी हो शादी तो दावत उड़ाते कहना 

तुम पर बर्बाद वक्त का हरजाना चाहिए।


डॉ मनीष कुमार मिश्रा

के एम अग्रवाल महाविद्यालय

कल्याण पश्चिम

महाराष्ट्र ।

स्वर सरिता के अंक में संत नामदेव पुरस्कार की खबर प्रकशित ।


 स्वर सरिता के अंक में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा संत नामदेव पुरस्कार की खबर प्रकशित करने हेतु आदरणीय K.C. Maloo जी का आभार।

रूठकर न जाओ हंस के जाओ बुरा क्या है/ग़ज़ल/ डॉ मनीष कुमार मिश्रा


 

अमरकांत : जन्म शताब्दी वर्ष

          अमरकांत : जन्म शताब्दी वर्ष डॉ. मनीष कुमार मिश्रा प्रभारी – हिन्दी विभाग के एम अग्रवाल कॉलेज , कल्याण पश्चिम महार...